सरस मेला : कुमाऊं के छपेली, गढ़वाल के झुमैलो नृत्य ने मोहा
शुक्रवार को सरस मेले में कुमाऊंनी गढ़वाली और राजस्थानी लोक नृत्यों की मोहक प्रस्तुतियां दी। कुमाऊं के छपेली व गढ़वाल के झुमैलो नृत्य ने लोगों का मन मोह लिया।
हल्द्वानी, जेएनएन : सरस मेले में ग्राहकों की भीड़ बढऩे से कारोबारियों व स्वयं सहायता समूह के स्वरोजगारियों के चेहरों पर रौनक है। मेले मे लगे विभिन्न स्टॉलों के सामानों के अलावा लोगों को सरकारी विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल भी खूब पसंद आ रहे हंै। मेले से अब तक लोग 32 लाख रुपये की खरीदारी कर चुके हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों की श्रृंखला में कलाकारों ने शुक्रवार को कुमाऊंनी, गढ़वाली और राजस्थानी लोक नृत्यों की मोहक प्रस्तुतियां दी। कुमाऊं के छपेली व गढ़वाल के झुमैलो नृत्य ने लोगों का मन मोह लिया। नटराज कला केंद्र के कलाकारों ने वंदना शर्मा के निर्देशन में सपेरा व कालबेलिया नृत्य प्रस्तुत किया। इसके अलावा विशेष कल्याण समिति, विकलांग मंदबुद्धि कल्याण समिति के दिव्यांग कलाकारों द्वारा भी बेहतरीन प्रस्तुति दी गई। खुर्पाताल के कलाकारों ने नृत्य करते हुए सिर पर केतली रखकर आग की लपटों के बीच चाय बनाकर पिलाई।
कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि परिवहन एवं समाज कल्याण मंत्री यशपाल आर्य ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि देशभर के ग्रामीण क्षेत्रों में उत्पादित होने वाली वस्तुओं की इस राष्ट्रीय प्रदर्शनी से ग्रामीण उद्यमियों को अपने उत्पादों की बिक्री के लिए बाजार भी मिला है। इस अवसर पर विधायक संजीव आर्य, मेला संयोजक सीडीओ विनीत कुमार, परियोजना निदेशक बालकृष्ण, जिला विकास अधिकारी रमा गोस्वामी, उपनिदेशक सूचना योगेेश मिश्रा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
चित्रकला में फरहीन प्रथम : सरस मेले में आयोजित की गई चित्रकला प्रतियोगिता में फरहीन अली ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। पलक चतुर्वेदी दूसरे, रिचा नेगी तीसरे स्थान पर रही। इसके अलावा कोयल अग्रवाल, हिमानी पनेरू, हर्शिता अधिकारी, दिव्यांशी, फिरदौश, चित्रा को प्रतियोगिता में बेहतरीन चित्रकारी करने पर पुरस्कार दिया गया।
यह भी पढ़ें : हस्तशिल्प उत्पादों से सजा सरस मेला, जानिए क्या-क्या है यहां खास