राम मंदिर को लेकर साध्वी ऋतंभरा का फिर बड़ा बयान, जानएि क्या बाेलीं
रामलीला मैदान में आयोजित हरिहर महोत्सव में श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन साध्वी ऋतंभरा ने भक्तों को भगवान के जन्म की कथा सुनाई।
हल्द्वानी, जेएनएन : रामलीला मैदान में आयोजित हरिहर महोत्सव में श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन साध्वी ऋतंभरा ने भक्तों को भगवान के जन्म की कथा सुनाई। वामन और कृष्ण अवतार की मनमोहक झांकी प्रस्तुत की गई। साध्वी ने कहा कि राम भारतीय संस्कृति के प्राण, हमारे धर्म, हमारी आस्था और हमारी गति हैं। इसलिए राम जन्मभूमि पर हर हाल में राममंदिर बनेगा। उन्होंने कहा कि रामलला टाट के टेंट में बैठे हैं। इस दौरान रामजन्म के प्रसंगों पर भए प्रगट कृपाला दीनदयाला कौशल्या हितकारी..से कथा पंडाल गूंज उठा।
समुद्र मंथन का प्रसंग सुनाते हुए साध्वी ने कहा कि जब मंथन करोगे तो सबसे पहले हलाहल विष बाहर निकलेगा। वामन अवतार की कथा सुनाते हुए श्री हरि की महिमा बताई। साध्वी ने कहा कि चार भाइयों के बीच अयोध्या का सिंहासन ठोकरें खा रहा है, लेकिन चारों भाइयों में सिंहासन के लिए झगड़ा नहीं हुआ। यह भारत की सनातन संस्कृति है, राम की संस्कृति है। दुनिया का इतिहास उठाकर देख लो, ऐसा उदाहरण नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि राम को जानना है तो पहले खुद को बदलना होगा। साथ ही ङ्क्षहदुओं को सीख देते हुए कहा कि हमें जातीय अहंकार छोडऩा होगा। हम अगर आपस में बैर करेंगे तो ङ्क्षहदुत्व को कैसे स्थापित करेंगे। साथ ही लोगों को संकल्प कराया कि जो भी सक्षम लोग हैं, वह गरीबों की मदद करें।
उत्तराखंड में तो बहुत पीते हैं
श्रीमद् भागवत कथा के दौरान साध्वी ऋतंभरा ने लोगों को नशे से दूर रहने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा, 'सुना है उत्तराखंड में तो बहुत पीते हैं।Ó साध्वी ने कहा कि नशा राष्ट्र भक्ति का होना चाहिए। राम नाम का नशा करोगे तो लडख़ड़ाओगे नहीं, बल्कि खड़े हो जाओगे। साध्वी ने कहा कि जागो और भक्ति का नशा करो जो तुम्हें होश में लाकर खड़ा कर देगा।
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