निशंक बोले, कोई सोच भी नहीं सकता था कि 33 करोड़ लोग घर रहकर पढ़ सकेंगे
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि भारत में एक हजार से अधिक विश्वविद्यालय हैं। 45 हजार डिग्री कॉलेज एक करोड़ नौ लाख से अधिक अध्यापक हैं।
रामनगर, जेएनएन : मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि भारत में एक हजार से अधिक विश्वविद्यालय हैं। 45 हजार डिग्री कॉलेज, एक करोड़ नौ लाख से अधिक अध्यापक हैं। 15 लाख से अधिक स्कूल हैं। इसमें छात्रों की संख्या साढ़े 33 करोड़ है। ऐसे छात्रों को घर पर ही ऑनलाइन शिक्षा देने का काम किया है। 33 करोड़ छात्र घर पर ही पढऩा शुरू कर देंगे, ऐसा किसी ने सोचा भी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि इस समय 30 से 40 प्रतिशत बच्चों के साथ दिक्कत है। नेटवर्क व मोबाइल की सुविधा नहीं है, लेकिन हम इसके लिए काम कर रहे हैं। हमने स्वयंप्रभा के माध्यम, ई-पाठशापाल के माध्यम से शिक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। स्वयंप्रभा से 32 चैनल 24 घंटे पर चलेंगे। इससे शिक्षा का प्रसार बढ़ेगा। यह बातें उन्होंने मंगलवार को रामनगर विधानसभा की वर्चुअल रैली को संबोधित करते हुए कहीं।
पीएम मोदी के नेतृत्व में दुनिया में ऊंचा हुआ भारत का माथा
निशंक ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तरक्की की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने भारत का माथा पूरी दुनिया में ऊंचा किया है। इसके साथ ही उन्होंने कार्यकर्ताओं का उत्साह बढ़ाते हुए केंद्र व राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का जिक्र किया। निशंक ने कहा कि मोदी सरकार में आम लोगों को जनधन योजना का लाभ मिला, जिनका खाता नहीं खुलता था। उस गरीब और आम आदमी को बैंकिंग सुविधाओं का लाभ दिलाया। विचौलियों से मुक्त किया। वहीं पेंशन योजना का लाभ दिया गया। अगर काम करते हुए मृत्यु हुई तो दह लाख रुपये का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रामगढ़ में विश्वभारतीय विश्वविद्यालय शांतिनिकेतन का परिसर खोलने के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
आत्मनिर्भर भारत के लिए आगे आये युवा
केंद्र सरकार की तमाम योजनाओं का जिक्र करते हुए निशंक ने कहा कि मेक इन इंडिया को बढ़ाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने अनूठी पहल की है। युवाओं को प्रेरित किया। इसका लाभ मिलने लगा है। आत्मनिर्भर भारत बनने के लिए यह बड़ा कदम है। ऐसा ड्रोन समेत तमाम तरह के उपकरण बनाए जाने लगे हैं। इस संकट का मुकाबला करने के लिए हमारे नौजवानों के लिए बहुत कुछ किया।
कोरोना को लेकर नहीं होगी विद्यार्थियों को दिक्कत
निश्ंाक ने कहा कि विश्वविद्यालयों में पहले व दूसरे वर्ष के विद्यार्थियों को उनके आंतरिक मूल्यांकन पर आगे बढ़ाया जाएगा। अंतिम वर्ष के विद्यार्थियों की फाइनल वर्ष की परीक्षा अनिवार्य रूप से करेंगे। सितंबर तक परीक्षाएं हो जाएंगी। कोरोना को लेकर विद्यार्थियों की परीक्षा को लेकर दिक्कत नही होने दी जाएगी।
आयुष्मान भारत उत्तराखंड की उपलब्धि
निशंक ने कहा कि आयुष्मान भारत के लिए उत्तराखंड सरकार को बधाई देता हूं। उत्तराखंड सरकार ने आम आदमी इलाज से कोई व्यक्ति नहीं छूटेगा। ऐसी व्यवस्था की है।
एक साल में हुए ऐतिहासिक निर्णय
निशंक ने कहा कि ट्रिपल तलाक समेत कश्मीर में धारा 370 हटाकर बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की है। जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने एक देश, एक विधान और एक निशान के लिए बलिदान दे दिया था। अयोध्या में राम मंदिर का मार्ग प्रशस्त हुआ।