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Lockdown : राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने दूसरे राज्यों में फंसे उत्तराखंडियों की घर वापसी की मांग उठाई

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे उत्तरांखड के लोगों की घरवापसी की व्यवस्था कराने की मांग उठाई है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Mon, 27 Apr 2020 09:56 AM (IST)Updated: Mon, 27 Apr 2020 09:56 AM (IST)
Lockdown : राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने दूसरे राज्यों में फंसे उत्तराखंडियों की घर वापसी की मांग उठाई

नैनीताल, जेएनएन : कांग्रेस के राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने  लॉकडाउन की वजह से दूसरे राज्यों में फंसे उत्तरांखड के लोगों की घरवापसी की व्यवस्था कराने की मांग उठाई है। कहा कि मुंबई, मध्यप्रदेश, यूपी और हरियाणा, गुजरात समेत कुछ राज्यों ने इस दिशा में पहल शुरू की है। उत्तराखंड सरकार को इन राज्यों से सबक लेते हुए तत्काल ठोस कदम उठाने चाहिए।

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टम्टा ने कहा कि लॉकडाउन को एक महीने से ज्यादा वक्त बीत चुका है। अभी यह कुछ और दिन जारी रहना है। लॉकडाउन लंबा खिंचने से दूसरे राज्यों में फंसे अब हताश और मायूस हैं। संसाधन खत्म होने की वजह से उनके सामने कई प्रकार की समस्याएं हैं। अपनी घर वापसी हर व्यक्ति का मानवीय अधिकार है। अभी हाल में दूसरे राज्यों से छात्रों को भी लाया गया है। इसी प्रकार सरकार अन्य लोगों को कोरोना के लिहाज से सभी सावधानियां बरतते हुए लाने का इंतजाम करने। सीएम त्रिवेंद्र रावत से मांग की कि वो अधिकारियों को इसके लिए ठोस प्लॉन बनाकर कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दें।

मुंबई में फंसे बागेश्वर के 22 युवक 

कोरोना संक्रमण को रोकने के ल‍िए जारी लॉकडाउन के कारण बड़ी संख्या में लोग दूसरे राज्यों में फंसे हैं। पहले लूकडाउन का वक्त तो लोगों ने किसी तरह से काट लिया लेकिन लॉकडाउन में टू में उनका धैर्य जवाब दे गया। काम-धंधा ठप हाेने के कारण बहु सारे लोगों की नौकरी तक छूट गई है।  मुंबई के होटलों में काम करने वाले बागेश्वर जिले विभिन्न गांवों के 22 युवाओं की नौकरी चली गई। अब उनके सामने खाने के लाले पड़े हुए हैं। इन युवाओं ने कपकोट के विधायक बलवंत सिंह भौर्याल और राज्य सरकार से घर वापसी के इंतजाम करने की गुहार लगाई है। 

होटलों में काम करते थे काम, निकाले गए 

जिले के बनीगांव, कांडा के वजीला, ठांगा (कमस्यार), सनिउडियार के 22 लोग मुंबई में फंसे हुए हैं। ये सभी मुबंई के होटलों में काम करते थे। कोरोना संक्रमण के चलते लागू लॉकडाउन के कारण होटल मालिकों ने उन लोगों को घर जाने के लिए कह दिया है। किसी को मालिकों ने पगार दी, किसी को बगैर पगार के भेज दिया। राजेंद्र राम, साधू आर्या, मनोज कुमार, अजय कुमार, अंकित कुमार, महेश कुमार, कमल कुमार, इंदर कुमार, सुभाष आर्या, अनिल टम्टा, सुनील टम्टा, पूरन टम्टा, साहिल टम्टा चारपोकगांव कांदिवली में रह रहे हैं, तो कुछ अन्य स्थानों पर। उन लोगों ने मकान मालिकों को किराया भी नहीं दिया है। खाने-पीने के सामान के साथ पैसे भी खत्म हो गए हैं। वहीं बलवंत सिंह भौर्याल विधायक, कपकोट ने बताया कि मुंबई में 22 ही नहीं भारी संख्या में क्षेत्र के लोग फंसे हुए हैं। गुजरात में भी यहां के लोग फंसे हैं। इन सभी को तीन मई के बाद राज्य सरकार वहां से निकालेगी। इसके लिए मुख्यमंत्री से बात हो गई है।

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