मैदानी इलाकों को निरंतर झुलसा रही गर्मी, तीन जून के आसपास हो सकती है बारिश
कुमाऊं के मैदानी इलाकों में सूरज के तेवर नरम होने का नाम नहीं ले रहे। गुरुवार को मौसम का मिजाज और गर्म हो गया।
हल्द्वानी, जेएनएन : लगातार आसमान साफ रहने से तेज धूप धरती को झुलसा रही है। बीते एक हफ्ते से हल्द्वानी व तराई के इलाकों में मौसम लगातार शुष्क बना है। जिससे चिलचिलाती धूप बदन पर चुभन पैदा कर रही है और दोपहर के समय सड़कों पर गर्म हवा के थपेड़े लोगों की मुश्किल बढ़ा रहे हैं।
बारिश को लेकर मौसम विभाग की उम्मीदें अब तीन जून को उत्तराखंड से होकर गुजरने वाले पश्चिमी विक्षोभ पर टिकी हैं। अगर इस दौरान सिस्टम कमजोर साबित हुआ तो प्रदेश के कुछ पर्वतीय स्थानों पर बारिश तो होगी, लेकिन मैदानी इलाकों से बादल बिना बरसे ही वापस लौट जाएंगे। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार शुक्रवार से लेकर रविवार तक मैदानी इलाकों में गर्मी बरकरार रहेगी। ऊधमसिंह नगर, पंतनगर और हल्द्वानी में अधिकतम तापमान 41 डिग्री के आंकड़े को पार कर जाएगा।
पारे ने तोड़ा आठ साल का रिकॉर्ड
कुमाऊं के मैदानी इलाकों में सूरज के तेवर नरम होने का नाम नहीं ले रहे। गुरुवार को मौसम का मिजाज और गर्म हो गया। बीते दिनों के मुकाबले तराई-भाबर में अधिकतम तापमान में 40 से बढ़कर 40.7 डिग्री पर पहुंच गया। हल्द्वानी में मई में पिछले आठ सालों में यह सर्वाधिक तापमान है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार शुक्रवार को भी प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा।
मई में हल्द्वानी में पिछले नौ वर्षों में सर्वाधिक तापमान
वर्ष अधिकतम तापमान मई में दिनांक
2018 40.5 19
2017 40.4 14
2016 40.1 17
2015 40.4 24
2014 40.4 25
2013 40.3 26
2012 40.5 30
2011 39.5 10
2010 40.7 17
नोट: तापमान डिग्री सेल्सियस में रिकॉर्ड किया गया।
गुरुवार को कहां कितना तापमान
स्थान अधिकतम न्यूनतम
मुक्तेश्वर 29.8 15.5
नैनीताल 28.6 21.0
पिथौरागढ़ 31.5 15.5
चम्पावत 30.0 15.0
अल्मोड़ा 35.3 11.7
पंतनगर-हल्द्वानी 40.7 21.9
यह भी पढ़ें : अब एक प्रधानाचार्य के अधीन संचालित होंगे माध्यमिक विद्यालय, जानिए क्या है मामला
यह भी पढ़ें : अब बार काउंसिल ऑफ इंडिया सदस्य पद का चुनाव विवादों में, जानिए क्या है मामला
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।