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    दुकानें सज चुकी हैं, सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच भी तैयार… भीमताल में Harela Parv की कुछ इस तरह हो रही तैयारियां

    Harela Parv 2024 हरेला उत्तराखंड का लोकपर्व है। इस दिन से फसलों की बोवनी की जाती है और किसान अच्छी फसल के लिए भगवान शंकर की पूजा अर्चना करते हैं। इस खास पर्व पर विशेष व्यंजन भी बनाए जाते हैं। हरेला पर्व से ही उत्तराखंड में सावन माह की शुरुआत हो जाती है। वहीं भीमताल में इसे अलग और भव्य तरीके से मनाया जाता है।

    By nirmal singh negi Edited By: Riya Pandey Updated: Tue, 16 Jul 2024 02:32 PM (IST)
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    हरेला पर्व की भीमताल में जोरों से चल रही तैयारियां

    संवाद सूत्र, भीमताल। Harela Parv 2024: भीमताल के रामलीला मैदान में आयोजित होने वाले हरेला मेले की तैयारियां जोर-शोर से जारी है। नगर पालिका के अधिशाषी अधिकारी उदयवीर सिंह ने बताया कि मेले से संबंधित सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। दुकाने सज चुकी हैं और रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच भी तैयार है।

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    मंगलवार को मुख्य अतिथि सांसद अजय भट्ट और विशिष्ट अतिथि राम सिंह कैड़ा मेले का उद्घाटन करेंगे। मेले के मुख्य मंच मे राकेश खनवाल, इंदर आर्या, माया उपाध्याय, जितेंद्र तोमकयाल, दीक्षा ढौंडियाल, मेघना चंद्र, अमित गोस्वामी सहित अनेक कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।

    कार्यक्रम के बेहतरीन समन्वय के लिए कई उप समितियां गठित

    इसके अलावा पर्वतीय कला संगम ग्रुप, कुमाऊं कला उत्थान मंच, फारवर्ड डांस एकेडमी, तारा राम कवि एंड पार्टी, मां पाषाण देवी महिला समिति व पुष्पा फर्त्याल की ओर से सांस्कृतिक कार्यक्रम और छोलिया नृत्य भी पेश किये जाएंगे। मेला समिति की ओर से इस छह दिवसीय कार्यक्रम में बेहतरीन समन्वय के लिए अनेक उप समितियों का गठन किया गया है।

    भीमताल का हरेला मेला बन चुका है एक अलग पहचान

    पिछले कई दशकों से उत्तराखंड कि संस्कृति व परम्पराओं को संजोए भीमताल का हरेला मेला अब अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। इस बार मेले का आयोजन 16 से 21 जुलाई तक होगा।

    ऐतिहासिक मेले के रूप में जाना जाता है हरेला मेला

    विधायक राम सिंह कैड़ा ने कहा कि भीमताल हरेला मेले को ऐतिहासिक मेले के रूप में जाना जाता है। जो हमारी संस्कृति और पौराणिकता को दर्शाता है। इस मेले को राजकीय मेला घोषित करने प्रयास जारी है।

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