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    खून की कमी के चलते गर्भवती महिला ने तोड़ा दम, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

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    Updated: Sun, 17 Mar 2019 11:33 AM (IST)

    प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला को उपचार के लिए चिकित्सालय लाया गया जहां शरीर में खून की भारी कमी होने से उसकी मौत हो गई। परिजनों ने चिकित्सालय पर लापरवाही का आरोप लगाया।

    खून की कमी के चलते गर्भवती महिला ने तोड़ा दम, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

    रामनगर, जेएनएन : प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला को उपचार के लिए चिकित्सालय लाया गया, जहां शरीर में खून की भारी कमी होने से उसकी मौत हो गई। परिजनों ने चिकित्सालय पर लापरवाही का आरोप लगाया। महिला शारीरिक रूप से दिव्याग थी। चिकित्सकों ने हार्ट अटैक को महिला की मौत की वजह बताई। परिजन बिना कानूनी कार्रवाई के शव को घर ले गए।
    कोतवाली अंतर्गत ग्राम कालूसैय्यद निवासी अम्बा देवी (28) पत्‍‌नी आनंद कुमार आठ माह की गर्भवती थी। उसका रामनगर व काशीपुर के चिकित्सालय से उपचार चल रहा था। वह शरीर से दिव्याग है। उसे सरकारी चिकित्सालय से जाच के लिए बीते दिनों हल्द्वानी भी भेजा गया था। शनिवार को उसके कमर के समीप अचानक दर्द उठा। उसने अपने पति को जानकारी दी। इसके बाद महिला का पति गाव की आशा कार्यकर्ता दीपा की मदद से पत्‍‌नी को लेकर संयुक्त चिकित्सालय रामनगर आया। चिकित्सालय में नर्सो ने महिला को जांच के लिए इमरजेंसी रूम में भेज दिया। जहां महिला चिकित्सक अर्चना कौशिक ने उसका परीक्षण किया। इस दौरान महिला के मुंह से झाग आने के साथ ही उसकी पल्स भी गिर गई थी। इसके बाद महिला ने दम तोड़ दिया। महिला की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। परिजनों ने चिकित्सकों पर लापरवाही का आरोप लगाकर नाराजगी जताई।
    चिकित्सकों ने बताया कि महिला के शरीर में पहले से खून की कमी थी। परिजनों द्वारा उसे खून नहीं चढ़ाया गया। डिलीवरी के लिए वह शारीरिक रूप से सक्षम नहीं थी। इसके अलावा उसे हार्ट का अटैक पड़ा था। जिस वजह से उसने दम तोड़ दिया। ..नहीं की कोई कार्रवाई पहले परिजन लापरवाही का आरोप लगा रहे थे। इस बीच उन्हें लोगों ने समझाने का प्रयास किया। चिकित्सा कर्मियों ने किसी तरह के शक के लिए पोस्टमार्टम कराने की बात कही। लेकिन बाद में परिजन बिना कानूनी कार्रवाई के शव को घर ले गए।

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    महिला की डिलेवरी का समय नहीं आया था
    अर्चना कौशिक, महिला चिकित्सक संयुक्त चिकित्सालय रामनगर ने बताया कि महिला की डिलीवरी का समय अभी नहीं आया था। महिला की दिव्यागता डिलीवरी के लिए ठीक नहीं थी। इसलिए महिला चिकित्सक अनुपमा ने उसे जाच के लिए एसटीएच हल्द्वानी भेजा था। उसके शरीर में खून की कमी थी। परिजनों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। उसका शरीर सफेद पड़ चुका था। दौरा पड़ने के बाद महिला की मौत हो गई।

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