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Uttarakhand Lockdown Day 4 : जिसे आप भ्रष्‍ट और घूसखोर पुलिस कहते थे वह गरीबों और बेसहारों के लिए भगवान हो गए

इस बुरे वक्‍त में सडकों पर मदद के लिए कोई नजर आ रहा है तो वही है जिसे आप भ्रष्‍ट और बेइमान पुलिस के रूप में जानते रहे हैं। पुलिस पुलिस न होकर इस वक्‍त मददगार हो गई है।

By Skand ShuklaEdited By: Published: Sat, 28 Mar 2020 02:25 PM (IST)Updated: Sat, 28 Mar 2020 02:25 PM (IST)
Uttarakhand Lockdown Day 4 : जिसे आप भ्रष्‍ट और घूसखोर पुलिस कहते थे वह गरीबों और बेसहारों के लिए भगवान हो गए
Uttarakhand Lockdown Day 4 : जिसे आप भ्रष्‍ट और घूसखोर पुलिस कहते थे वह गरीबों और बेसहारों के लिए भगवान हो गए

नैनीताल, जेएनएन : बुरे वक्‍त में काफी कुछ चीेजें साफ हो जाती हैं। तमाम पूर्वाग्रह ध्‍वस्‍त हो जाते हैं। आज जबकि पूरा देश कोरोनावायरस जैसी भीषण त्रासदी की पीडा झेल रहा है। लोग सैकडों किमी पैदल अपने बूढे मां बाप और छोटे बच्‍चों के साथ सफर कर रहे हैं। लाचारी और बेबशी हर तरफ नजर आ रही है। ऐसे में अगर कोई सडकों पर मदद के लिए नजर आ रहा है तो वही है जिसे आप भ्रष्‍ट और बेइमान पुलिस के रूप में जानते रहे हैं। पुलिस, पुलिस न होकर इस वक्‍त मददगार हो गई है। हर तरह के लोगों से मिलने के कारण संक्रमण का खतरा इन्‍हें भी है, लेकिन ये अपनी डयूटी पूरी शिद्दत से निभा रहे हैं। सडकों पर भूखे प्‍यासे लोगों को भोजन करा रहे हैं, तो फोन कर मदद मांगने वालों के लिए फौरन पहुंच जा रहा हैं। अपने वाहनों में अनाज का पैकेट पैकट लेकर गरीबों में बांटने के लिए भी निकल जा रहे हैं। जनता ऐसी पुलिसिंग को सैल्‍यूट कर रही है। 

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112 पर फोन करने वालों तक पहुंचा रहे मदद

हल्‍द्वानी में 112 पर फोन कर मदद मांगने वालों तक पुलिस खुद जाकर राशन और भोजन पहुंचा रही है। बनभूलपुरा थाने के एसओ सुशील कुमार, काठगोदाम थाने के एसओ नंदन सिंह रावत समेत अन्‍य थानों और चौकी के इंचार्ज गरीब और मजदूरों की सेवा में खुद जुटे हुए हैं। लोगों से भी मदद मांगकर उनके लिए भोजन पानी का प्रबंध कर रहे हैं। साथ ही जो मदद के लिए आगे आ रहे हैं उन्‍हें भी यह हिदायत देकर छूट दे रहे हैैं कि घर घर जाकर भोजन पहुंचाइए लेकिन भीड न होने दीजिए।

पिथौरागढ में मजदूरों को पुलिस ने कराया भोजन

दो दिन पहले पिथौरागढ पुलिस ने विभिन्‍न क्षेत्रों से भूखे-प्‍यासे धारचूला पहुंचे नेपाल के नागरिकों के लिए खुद भाेजन का इंतजाम किया। न सिर्फ इंतजाम किया, बल्कि फिजिकल डिस्‍टेंसिंग फॉर्मूले के तहत लोगों को निश्‍चित दूरी पर बैठाकर भाेजन भी कराया। पिथौरागढ में पुलिस लगातार लोगों की मदद के लिए जुटी हुई है। चौराहों पर खडी होकर जरूरतमंदाें में पानी के बोतल और बिस्किट भी बांटे जा रहे हैं।

हाइवे पर पैदल जा रहे लोगों के लिए मांग रहे मदद

हाईवे पर तैनात पुलिसकर्मी, उम्रदराज, दिव्‍यांग और बच्‍चों के लिए पिकअप और अन्‍य फोर व्‍हीलर वाहन चालकों से मदद मांग रहे हैं। उनसे सहयोग करने की अपील कर रहे हैं। जरूरतमंदों के लिए बिस्किट पानी का इंतजाम कर रहे हैं। अपनी परवाह किए बिना ही पुलिसकर्मी पूरी शिद्दत से अपनी डयूटी पूरी कर रहे हैं। काशीपुर में भी पुलिसकर्मियों ने अपने वाहन से लोगों में राशन के पैकेट वितरित किए।

जरूरत पडने पर सख्ती भी बरत रहे

लोगें की मदद करने के साथ ही पुलिस पर्याप्त सख्ती भी बरत रही है। बेहवजह लॉकडाउन का उल्‍लघंन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। शुरुआत में लोगों का समझाने की कोशिश की गई, नहीं मानने पर थोडी और सख्‍ती कर शर्मशार करने का तरीका निकाला गया। मुर्गा बनाया और पोस्‍टर देकर मैं समाज का दुश्‍मन हूं, घर नहीं रह सकता, के साथ फोटो खींचकर सोशल मीडिया पर वायरल किया। फिर भी नहीं माने तो फिर पुलिस ने लाठी भांजकर मनाया। लेकिन एेसा भी नहीं है कि सडक पर निकलने वालों के साथ पुलिस ने सिर्फ सख्‍ती बरती है। लोगोंं की जरूरतों को समझकर मदद भी कर रही है।

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