Haldwani: अतिक्रमण के खिलाफ वन विभाग संग पुलिस का एक्शन, मकानों पर चला बुलडोजर
Haldwani बागजाला में वन विभाग की करीब 100 हेक्टेयर जमीन पर अतिक्रमण है। इसमें 66 हेक्टेयर पर पूर्व में लीज दी गई थी। लेकिन 2008 में वह भी खत्म हो गई। वहीं पिछले कुछ दिनों में इस इलाके में नए घर भी बनने लगे गए। जिसके बाद वन विभाग ने इलाके में मुनादी करवाई। इसके बाद शनिवार सुबह टीम आठ घरों को तोड़ने पहुंच गई और बुलडोजर चल गया।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। गौलापार स्थित बागजाला में शनिवार सुबह अतिक्रमण के विरुद्ध कार्रवाई के लिए वन विभाग संग पुलिस और प्रशासन की टीम पूरी तैयारी संग पहुंच गई। जिसके बाद वनभूमि पर बने मकानों को तोड़ना शुरू कर दिया। पहले चरण में निर्माणाधीन मकानों पर कार्रवाई की जा रही है। वहीं, आठ फरवरी को बनभूलपुरा में हुए उपद्रव को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था दिखाई दी।
बागजाला में वन विभाग की करीब 100 हेक्टेयर जमीन पर अतिक्रमण है। इसमें 66 हेक्टेयर पर पूर्व में लीज दी गई थी। लेकिन 2008 में वह भी खत्म हो गई। वहीं, पिछले कुछ दिनों में इस इलाके में नए घर भी बनने लगे गए। जिसके बाद वन विभाग ने इलाके में मुनादी करवाई। इसके बाद शनिवार सुबह टीम आठ घरों को तोड़ने पहुंच गई। कार्रवाई अभी जारी है।

पूरे बागजाला को बना दिया छावनी
आठ फरवरी को बनभूलपुरा में अतिक्रमण के विरुद्ध कार्रवाई के दौरान जमकर बवाल हुआ था। ऐसे में अधिकारियों ने सुरक्षा को लेकर बागजाला में रणनीति के तहत काम किया। पूरे बागजाला को छावनी बना दिया था।
पुलिसकर्मियों ने सुनाई थी आंखों देखी और आपबीती
मलिक के बगीचे के पास की गलियों के साथ ही घरों की छतों से लोग पत्थरबाजी कर रहे थे। एकाएक भीड़ उग्र हो गई और अधिकारियों के साथ ही पुलिसकर्मियों को घेर कर पथराव शुरू कर दिया। अधिकारी और सिपाही आसपास के घरों, गलियों और जो सुरक्षित स्थान लग रहा था, वहां जान बचाने के लिए छिप रहे थे।
उपद्रवी कर रहे थे पत्थरों की बौछार
वहीं, उपद्रवी पत्थरों की बौछार करने के साथ पुलिस, नगर निगम कर्मियों को पकड़ कर ईंटों से हमला कर रहे थे। इस भगदड़ में कई कर्मचारी और सिपाही जमीन पर भी गिर गए थे। फिर भी जैसे-तैसे जान बचाई और लहूलुहान अवस्था में अस्पताल पहुंचे। पूरे घटनाक्रम से जुड़ी आंखों देखी और आपबीती को पुलिसकर्मियों ने बताया।

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