Janta Curfew : ताली, थाली, घंटी और शंख बजाकर लोगों ने कोरोना योद्धाओं का जताया आभार
शाम पांच बजते ही लोगों ने बालकनी दरवाजे खिड़की और गेट पर खड़े होकर लगा है कोरोना से लड़ने वाले नायकों के सम्मान में थाली ताली घंटी बजाकर उनका आभार जताया।
नैनीताल, जेएनएन : कोरोना वायरस (coronavirus) से जंग के खिलाफ जनता कर्फ्यू का असर कुमाऊं की सडकों और गली-मोहल्लों में साफ नजर आया। वहीं शाम पांच बजते ही लोगों ने बालकनी, दरवाजे, खिड़की और गेट पर खड़े होकर कोरोना से लड़ने वाले नायकों के सम्मान में थाली, ताली, घंटी और शंख बजाकर उनका आभार जताया। कोतवाली और थानों से सायरन की आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी। दरअसल पीएम मोदी ने जनता कर्फ्यू के साथ ही शाम पांच बजे कोरोना से लड़ने वाले योद्धाओं डॉक्टरों, नर्सों, स्वास्थ्य विभाग व पुलिस-प्रशासन के कर्मचारियों के सम्मान में थाली, ताली, घंटी बजाकर उनका अभिवादन करने की अपील की थी।
कोरोना से लड़ने से मजबूत हुए इरादे
ताली, थाली और घंटी बजाने से कोरोना का कोई लेना-देना नहीं हैं। इन दिनों लोगों में कोरोना को लेकर डर का माहौल बना हुआ है। इसी डर को कम करने के लिए ताली और थाली बजाने की बात प्रधानमंत्री ने की है। दरअसल रोग हो या शत्रु उससे जीत हासिल करने के लिए सबसे पहले हमारे इरादों को मजबूत होना जरूरी है। हमें इस समय कमजोर नहीं पड़ना है, सबको एकजुट होकर इस गंभीर हालात से लड़ना है।
सड़कों पर पसरा रहा सन्नाटा
जनता कर्फ्यू का असर अब तक जारी है। जो सडकें सुबह से आवागमन के कारण व्यस्त रहती हैंं वो सूनी नजर आ रही हैं। नैनीताल, रामनगर, हल्द्वानी, पिथौरागढ़, अल्मोड़ा, ऊधमसिंहनगर, चंपावत में हाईवे और कॉलोनियों की सड़कों पर सन्नाटा है। लोगों को आज अगर सड़कों पर निकलना है तो उसका वाजिब कारण बताना होगा। लोग एक दूसरे को सचेत रहने और घरों से न निकलने के मैसेज वाट्सएप कर रहे हैं। बता दें कि उत्तराखंड में तीन लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है और कम्यूनिटी स्प्रेड को कम कर करने के लिए भीड से बचना बहुत जरूरी है।
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