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    Nainital Kathgodam Highway चौड़ीकरण की सबसे बड़ी बाधा हुई दूर, 6 हेक्टेयर भूमि NH के हवाले

    Updated: Mon, 07 Jul 2025 08:23 PM (IST)

    Nainital-Kathgodam Highway के चौड़ीकरण में आ रही वन भूमि हस्तांतरण की बाधा अब दूर हो गई है। जिला प्रशासन ने क्षतिपूरक वनीकरण के लिए छह हेक्टेयर जमीन नेशनल हाईवे को दी है। इसके बाद एनएच ने वन भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया तेज कर दी है और दिसंबर तक चौड़ीकरण की निविदा जारी होने की संभावना है। इस परियोजना से काठगोदाम-नैनीताल के बीच यात्रा का समय कम हो जाएगा।

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    Nainital Kathgodam Highway: 709 करोड़ के नैनीताल-काठगोदाम हाईवे चौड़ीकरण की सबसे बड़ी बाधा दूर

    किशोर जोशी, नैनीताल। पर्यटन नगरी नैनीताल-काठगोदाम हाईवे (Nainital Kathgodam Highway) चौड़ीकरण के 709 करोड़ के प्रोजेक्ट के क्रियान्वयन की सबसे बड़ी बाधा पार हो गई है। जिला प्रशासन ने वन भूमि हस्तांतरण में क्षतिपूरक वनीकरण के लिए छह हेक्टेयर जमीन नेशनल हाईवे को उपलब्ध करा दी है।

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    इसके बाद एनएच ने वन भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया तेज करते हुए वन विभाग के नोडल अधिकारी के समक्ष पत्रावली आनलाइन करने को तैयारी कर दी है। 15 जुलाई तक पत्रावली अपलोड कर दी जाएगी।

    इसके बाद अगस्त के अंत तक चौड़ीकरण की जद में आ रहे मकान, दुकानों के मूल्यांकन को लेकर निविदा भी जारी हो जाएगी। माना जा रहा है कि दिसंबर तक हाईवे चौड़ीकरण की निविदा जारी हो जाएगी, जिसके बाद अगले साल की शुरुआती माह में काम शुरू हो जाएगा।

    काठगोदाम-नैनीताल हाईवे (Nainital Kathgodam Highway) चौड़ीकरण के लिए 709 करोड़ की परियोजना की केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शुरुआत की थी, लेकिन इसमें वन भूमि हस्तांतरण सबसे बड़ी बाधा बना रहा।

    प्रशासन की ओर से 94 हेक्टेयर वन भूमि तो क्षतिपूरक पौधारोपण के लिए उपलब्ध करा दी थी लेकिन छह हेक्टेयर शेष बची थी। ऐसे में आगे की प्रक्रिया लटक गई थी।

    एक बार वन भूमि हस्तांतरण का प्रस्ताव तक वन विभाग के नोडल अधिकारी स्तर से निरस्त हो चुका था। डीएम वंदना सिंह ने बताया कि एनएच को छह हेक्टेयर भूमि उपलब्ध करा दी गई है, एनएच को वन भूमि हस्तांतरण की प्रकिया जल्द पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं।

    अधिशासी अभियंता एनएच प्रवीण कुमार ने बताया कि जिला प्रशासन की ओर से छह हेक्टेयर वन भूमि उपलब्ध करा दी है। 15 जुलाई तक वन भूमि हस्तांतरण की पत्रावली नोडल अधिकारी वन विभाग के पास आनलाइन माध्यम से अपलोड कर दी जाएगी।

    आजकल पेड़ों के छपान आदि भी चल रहा है। अगस्त के अंत तक चौड़ीकरण की जद में आ रहे मकानों, व्यावसायिक भवनों के मूल्यांकन से संबंधित निविदा जारी कर दी जाएगी।

    न भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद संभवत: दिसंबर तक चौड़ीकरण की निविदा जारी होगी। पर्यटन के लिए लिहाज से अहम है हाईवे चौड़ीकरण काठगोदाम-नैनीताल की दूरी लगभग 33 किमी है। फिलहाल बस से ढाई घंटे के आसपास सफर पूरा किया जा सकता है।

    चौड़ीकरण के बाद यह समय एक घंटा 20 मिनट हो जाएगा। सड़क परिवहन राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने फरवरी 2024 में 2,217 करोड़ की परियोजना का शुभारंभ किया, जिसमें काठगोदाम–नैनीताल हाईवे को टू-लेन पाव्ड शोल्डर में चौड़ा करने की योजना शामिल है ।

    7236 पेड़ों का छपान होना है। हाईवे लगभग 12 मीटर चौड़ा किया जाएगा। बिजली-पेयजल लाइनों का स्थानांतरण भी प्रोजेक्ट में प्रस्तावित है। हाईवे चौड़ीकरण से बेहतर कनेक्टिविटी तो होगी ही सड़क सुरक्षा के साथ ही सुगम यातायात की कल्पना भी साकार होगी।

    बाईपास की भी बाधा दूर

    डीएम वंदना ने बताया कि 3.5 किलोमीटर के रानीबाग-काठगोदाम-गौलापार बाईपास निर्माण की भी वन भूमि से संबंधित बाधा दूर हो गई है। इसमें भी क्षतिपूरक पौधारोपण के लिए भूमि उपलब्ध करा दी गई है। इस बाइपास निर्माण से रानीबाग-काठगोदाम में लगने वाले जाम से भी पर्यटकों को मुक्ति मिलेगी।

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