Nainital Accident: नलिनी में बस हादसे के बाद अस्पताल पहुंचे घायलों ने सुनाई आपबीती, 'लगा अब नहीं बच पाएंगे'
Nainital Bus Accident नलिनी क्षेत्र में पर्यटकों से भरी बस के गहरी खाई में गिरने के हादसे के बाद अस्पताल में उपचार कराने पहुंचे लोग सदमे से बाहर नहीं आ पा रहे थे। कोई अपनों से बिछड़ने पर दुखी था तो कोई चोट अधिक होने पर दर्द से कराह रहा था। घायलों का कहना था कि बस खाई में गिरते ही लगा की अब जान नहीं बच पाएगी।

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी। Nainital Bus Accident: नलिनी क्षेत्र में पर्यटकों से भरी बस के गहरी खाई में गिरने के हादसे के बाद अस्पताल में उपचार कराने पहुंचे लोग सदमे से बाहर नहीं आ पा रहे थे। कोई अपनों से बिछड़ने पर दुखी था तो कोई चोट अधिक होने पर दर्द से कराह रहा था। घायलों का कहना था कि बस खाई में गिरते ही लगा की अब जान नहीं बच पाएगी। ईश्वर का शुक्र है कि उनकी जान बच गई। इस दुर्घटना में 18 घायल महिलाएं हैं।
घायलों ने सुनाया अपना हाल
- बस हादसे में घायल शिक्षिका पूजा ने बताया कि बस खाई में गिरते ही सब चिल्ला रहे थे। मेरी आंखे बंद हो गई और सामने काला अंधेरा सा छा गया। बाद में अपने को अस्पताल में पाया है।
- शिक्षिका प्रमिला ने बताया, मैं स्कूल की शिक्षिका हूं। अपने बच्चों के साथ घूमने के लिए हंसी खुशी आई। किसे पता था ऐसा हादसा हो जाएगा।
- घायल शिक्षिका करीना के अनुसार, स्कूल बस खाई में कैसे गिरी ये नहीं पता। मगर जान बच गई है। मैंने घर में बात कर ली हैं। सभी लोग बहुत चिंतित हैं।
- बस के सह चालक कपिल ने बताया कि दुर्घटना ब्रेक फेल होने से हुई। चाहकर भी हम कुछ लोगों को नहीं बचा सके। इसका मलाल हमेशा रहेगा।
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प्रशासनिक अमला मदद के लिए आया आगे
नलिनी क्षेत्र में रात के समय हुए इस बस दुर्घटना के बाद पूरा प्रशासनिक अमला भी मदद के लिए आगे आया। डीएम घटनास्थल के बाद अस्पताल पहुंच गई थी। घायलों को घटनास्थल से सीएचसी कालाढूंगी व बाद में डा. सुशीला तिवारी अस्पताल तक लाने में 11 एंबुलेंस लगीं। एक प्राइवेट टैक्सी से भी घायल पहुंचे। एसटीएच का पूरा स्टाफ घायलों की मदद में जुटा रहा। प्रशासन ने हेल्पलाइन लाइन नंबर 8700058505 जारी किया है।
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