उत्तराखंड के इस मुस्लिम परिवार की अनोखी परंपरा, चार पीढ़ी से दशहरा के लिए तैयार कर रहे रावण के पुतले
रामनगर में एक मुस्लिम परिवार चार पीढ़ियों से रावण और कुंभकरण के पुतले बनाने की अनोखी परंपरा निभा रहा है। गुलजार नामक व्यक्ति अब इस परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं जो रामनगर कालाढूंगी और पीरूमदारा के लिए पुतले तैयार करते हैं। इस बार रामलीला कमेटी इको-फ्रेंडली पुतले जलाएगी जिनमें पटाखे नहीं होंगे। रामलीला कमेटी पिछले 70-80 सालों से रावण दहन करती आ रही है।

जासं, रामनगर। चार पीढ़ी से रावण व कुंभकरण के पुतले बनाकर एक मुस्लिम परिवार अनोखी परंपरा का पालन कर रहा है। पहले परदादा, फिर दादा, पिता और अब बेटा पुतले बनाने की पंरपरा को आगे बढ़ा रहा है। यह रावण के पुतले बनाकर नगर के अलावा कालाढूंगी व पीरूमदारा क्षेत्र के लिए भेजे जाते हैं।यहां बात हो रही मोहल्ला बंबाघेर निवासी गुलजार की।
नगर में पायतेवाली रामलीला कमेटी की ओर से ही रावण दहन किया जाता हे। पायतेवाली रामलीला कमेटी के लिए रावण व कुंभकरण के पुतले बनाते आ रहे गुलजार बताते हैं कि चार पीढ़ी से उनका ही परिवार पुतले बना रहा है। पहले उनके परदादा अल्लहा बकश, फिर दादा अब्दुल सत्तार रामलीला के लिए पुतले तैयार करते थे। दादा के बाद ताऊ असलम ने पुतले बनाए।
तैयार कर रहे कई पुतले
इसके बाद पिता तसलीम ने पुतले बनाने शुरू किए। डेढ़ साल पहले उनकी मौत हो गई तो इस परंपरा को अब वे खुद आगे बढ़ा रहे हैं। गुलजार का कहना है कि वे पायतेवाली रामलीला कमेटी के अलावा कालाढूंगी व पीरूमदारा रामलीला के लिए भी पुतले तैयार कर रहे हैं। एमपी इंटर कालेज के खेल मैदान में 80 फुट, पीरूमदारा में 60 व कालाढूंगी में 40 फुट लंबा रावण जलाया जाएगा।
पायतेवाली रामलीला कमेटी की ओर से राम व रावण के पुतलों में इस बार पटाखे नहीं डाले जाएंगे। गुलजार का कहना है कि पुतले बनाने का काम एक माह पहले शुरू हो जाता है। जानकार श्रमिक हापुड़ व मुरादाबाद से बुलाए जाते हैं। पुतला बांस, अबरी, अखबार, मैदा से तैयार किया जाता है।
रावण दहन पायतेवाली रामलीला करीब 70-80 साल से भी अधिक समय से करती आ रही है। एक ही परिवार पुतले बनाता चला रहा है। रावण दहन एमपी हिंदू इंटर कालेज के खेल मैदान में होगा। हाईकोर्ट ने पुतला दहन की अनुमति प्रतिबंधों के साथ दी है। कोर्ट के दिशा निर्देशों के तहत ही रावण दहन किया जाएगा। लोगों से अपील है कि गुरुवार को होने वाले रावण व कुंभकरण दहन में शाम को जरूर पहुंचें। - राजीव अग्रवाल, अध्यक्ष पायतेवाली रामलीला कमेटी, रामनगर
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