पिथौरागढ़ के अस्कोट में नाबालिग से दुष्कर्म, आरोपित चार घंटे के अंदर गिरफ्तार nainital news
अस्कोट थाना क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म के आरोपित को रिपोर्ट दर्ज होने के चार घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसे कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है।
पिथौरागढ़, जेएनएन : अस्कोट थाना क्षेत्र में एक नाबालिग के साथ दुष्कर्म के आरोपित को रिपोर्ट दर्ज होने के चार घंटे के भीतर ही गिरफ्तार कर लिया। अस्कोट थाने में महिला ने सोमवार को ही सूचना दी कि उसकी नाबालिग पोती के साथ रविवार को दुष्कर्म करने के बाद आरोपित फरार हो गया। पुलिस ने लिखित तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली। थानाध्यक्ष आसिफ खान के नेतृत्व में दो टीमों का गठन किया गया। सक्रिय टीम ने मुखबिर की लोकेशन पर आरोपित 38 वर्षीय दिनेश सिंह को ओगला से लगभग दो किमी दूर चर्मा नदी पुल पर गिरफ्तार कर न्यायालय मेंं पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया।
दो सगे भाइयों पर हत्या का मुकदमा दर्ज
काशीपुर (ऊधमसिंह नगर) : न्यायालय के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने युवक की हत्या के आरोप में काशीपुर निवासी दो सगे भाइयों के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज किया है। ग्राम रामपुर बलभद्र, थाना भगतपुर तहसील ठाकुरद्वारा, जिला मुरादाबाद उप्र निवासी महेश पुत्र बाबूराम ने अपने अधिवक्ता अमरीश कुमार अग्रवाल के माध्यम से सप्ताह भर पूर्व अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, काशीपुर की अदालत में दिए प्रार्थना पत्र में बताया कि कुछ समय पूर्व पंकज शर्मा व बिट्टू शर्मा पुत्रगण बलराम निवासी पटेलनगर काशीपुर ने उसके पुत्र धर्मवीर के साथ मारपीट की थी। इस दौरान आरोपितों ने उसके पुत्र को देख लेने की धमकी भी दी थी।
महेश ने कोर्ट को बताया कि काशीपुर पुलिस ने एक अक्टूबर को उसे फोन कर बताया कि उसके बेटे का शव टांडा उज्जैन पुलिस चौकी क्षेत्र में रेलवे ट्रेक के पास पड़ा मिला है। उसकी ट्रेन से कटकर मौत हो गई है। इस सूचना पर वह मौके पर गया। उसने देखा कि उसके बेटे के शरीर पर खरोंच के निशान थे और उसका शव ट्रेन की पटरी के पास नहीं था। उसका कहना है कि एलडी भट्ट राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सक द्वारा किए गए पोस्टमार्टम में धर्मवीर के शरीर में कई चोटों के निशान का जिक्र है।
घटना के कुछ दिन बाद पीडि़त ने कोतवाली पुलिस को तहरीर देकर काशीपुर के पटेल नगर निवासी दो सगे भाई पंकज और बिट्टू पर उसके पुत्र कि हत्या करने का आरोप लगाया था। इस मामले में कोतवाली पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई न करने पर उसने इस मामले में एसएसपी को डाक से प्रार्थना-पत्र भी भेजा, लेकिन पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद पीडि़त ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। घटना के लगभग दो माह बाद अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने सप्ताह भर पूर्व उक्त मामले में आरोपित भाइयों के खिलाफ कोतवाली पुलिस को अभियोग पंजीकृत करने के निर्देश दिए। पुलिस ने सोमवार को आरोपितों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है।
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