बाघ और हाथी देखने के लिए उत्तराखंड पहुंचे मेट्रो सिटीज के सैलानी, बोले- 'सुना है यहां बाघ के जरूर होते हैं दर्शन'
रामनगर से, कार्बेट पार्क का ढिकाला जोन पर्यटकों के लिए खुल गया। ऑनलाइन बुकिंग वाले पर्यटक सुबह से ही उत्साहित थे। नोएडा, पूना, मुंबई और दिल्ली से आए पर्यटकों ने बाघ और हाथी देखने की इच्छा व्यक्त की। कुछ पर्यटक पहली बार ढिकाला का भ्रमण कर रहे थे और जंगल की सुंदरता का अनुभव करना चाहते थे।

रामनगर में कैंटर से कार्बेट पार्क के ढिकाला भ्रमण के लिए जाते पर्यटक। जागरण
जागरण संवाददाता, रामनगर। शनिवार का दिन पर्यटकों के लिए खास रहा। मौका था कार्बेट पार्क के सबसे मुख्य पर्यटन जोन ढिकाला खुलने का। पूर्व में एडवांस आनलाइन बुकिंग करा चुके उत्साहित पर्यटक सुबह पांच बजे अंधेरे में ही ढिकाला के धनगढ़ी गेट पर पहुंच गए थे। पर्यटक ढिकाला जाने के लिए बेसब्री से गेट पर कैंटर आने का इंतजार कर रहे थे। कई लोगों के लिए ढिकाला नया था तो कुछ पहले भी आ चुके थे। जैसे ही कैंटर गेट पर पहुंचे सभी पर्यटक ढिकाला भ्रमण के लिए कैंटर में बैठ गए। पूना, नोयडा, बांबे, दिल्ली आदि जगह के पर्यटकों से बातचीत के अंश।
हम लोग स्पेशल बाघ के लिए आएं हैं। पहली बार हम लोग आए हैं। मैंने बहुत सुना है कि ढिकाला में ही जरूर बाघ दिखता है। काफी बार बाघों की साइटिंग हो चुकी है। काफी उत्साह है। बच्चे खासकर हाथी के लिए आए हैं। बाघ के लिए काफी उम्मीद है। जो बाघों के नाम सुने हैं, उन्हें देखना चाहते हैं। -आरुषि, पर्यटक नाेयडा
ढिकाला भ्रमण का हमारा पहला अनुभव है। जंगल में खासकर बाघ देखना चाहते हैं। इसके अलावा तमाम जो भी जंगल की सुंदरता है, वह देखना चाहेंगे। कार्बेट का नाम काफी सुना है। इस बार ढिकाला भ्रमण के लिए जा रहे हैं। सभी लोग भ्रमण के लिए काफी उत्साहित हैं। - रश्चि पूना, पर्यटक
मैं पहली बार कार्बेट पार्क घुमने आई हूं। वन्य जीव संरक्षण के लिए यह क्षेत्र जाना जाता है। दूसरा कार्बेट बाघों के लिए काफी प्रसिद्ध रहा है। ढिकाला भ्रमण के लिए हम जा रहे हैं। उम्मीद है कि जैसा सोचा है अनुभव उसी तरह का सुखद भी होगा। बाघ दिख जाए तो भ्रमण सफल हो जाएगा हमारा। - श्रेया, बांबे, पर्यटक

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।