कार्बेट हेरिटेज जोन पर्यटकों के लिए खुला, पहले दिन 17 देशी-विदेशी सैलानियों की जंगल सफारी
कार्बेट हेरिटेज जोन पर्यटकों के लिए खुल गया है, जहाँ पहले दिन 17 देशी-विदेशी पर्यटकों ने सफारी का आनंद लिया। पर्यटकों ने जंगली जानवरों के दर्शन किए और पक्षियों की आवाज़ों से मोहित हुए। पिछले वर्ष इस सफारी से वन विभाग को 19 लाख से अधिक का राजस्व प्राप्त हुआ था, जिससे यह वाइल्डलाइफ प्रेमियों का पसंदीदा स्थल बन गया है।

घना जंगल व पक्षियों की आवाज से मोहित हुए पर्यटक। आर्काइव
संवाद सहयोगी जागरण, कालाढूंगी । जिम कार्बेट पार्क के अलावा पर्यटक अब कार्बेट हेरिटेज में भी भ्रमण कर सकेंगे। जंगली जानवरों में हाथी, बाघ जैसे जानवरों को देख सकेंगे। अलग-अलग पक्षियों की आवाज सुन सकेंगे। शनिवार को कार्बेट हेरिटेज जोन के खुलते ही देश के अलावा विदेश के 17 पर्यटकों ने सफारी का लुत्फ उठाया।
कार्बेट हेरिटेज में पहले दिन विभिन्न राज्यों के 15 व इजराइल के दो पर्यटक फैंकलिन व नायरा दगन ने भ्रमण किया। नेचर गाइड मोहन पांडेय ने बताया कि कार्बेट हेरिटेज सफारी में विदेशी पर्यटकों ने खूब आनंद किया। पक्षियों के आवाज से वह मोहित हुए। साथ ही खूबसूरत जंगल की भी सराहना की। पर्यटकों ने टाइगर के पग चिन्ह भी देखे। जंगल सफारी समय सुबह 6.30 बजे से पूर्वाह्न 11 बजे व दोपहर दो बजे से शाम 3.30 बजे तक की जा सकती है।
शनिवार को इसका शुभारंभ विधायक बंशीधर भगत ने किया और कहा कि सरकार का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण के साथ इको-टूरिज्म को बढ़ावा देना है। इस दौरान ब्लाक प्रमुख मनीषा जंतवाल, नगरपालिका अध्यक्ष रेखा कत्यूरा, कनिष्ठ प्रमुख अपूर्वा बिष्ट, एसडीओ कामिनी आर्य, रेंजर मुकेश जोशी, कमल जोशी, मंडल अध्यक्ष विक्रम जंतवाल, नवीन गर्जोला, दीप तिवारी, विनोद बुढलाकोटी, हरीश मेहरा, विनोद बधानी, लक्ष्मण सिंह देउपा, राजकुमार पांडे आदि मौजूद रहे।
पिछले वर्ष 19 लाख 27 हजार की आय
डीएफओ ध्रुव मर्तोलिया ने बताया कि कार्बेट हेरिटेज में हुई पर्यटकों की यात्रा से पिछले वर्ष वन विभाग को 19 लाख 27 हजार रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ था। इसमें लगभग आठ हजार पर्यटकों ने हाथी, हिरण, बारहसिंगा, तेंदुआ, भालू और कई दुर्लभ पक्षियों के शानदार दृश्य देखे थे। इससे यह सफारी अब वाइल्डलाइफ प्रेमियों का पसंदीदा स्थल बन चुकी है।

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