Video में देखें, तेज आवाज के साथ बागेश्वर में हाईवे पर गिरा मलबा, कपकोट मार्ग पर बाल-बाल बचे लोग
landslide in bageshwar उत्तराखंड में मौसम विभाग की सूचना सही साबित हुई। बागेश्वर के लिए शनिवार को अलर्ट जारी किया गया था। सुबह से पूरे बागेश्वर में कई ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, बागेश्वर: landslide in bageshwar उत्तराखंड में कल से ही बारिश का दौर जारी है। शनिवार को मौसम विभाग ने बागेश्वर के लिए अलर्ट जारी किया हुआ है। मौसम विभाग की सूचना सही साबित हुई।
बैद्यनाथ-कपकोट-मुनस्यारी हाईवे पर बारिश के चलते पहाड़ी का हिस्सा खिसक कर तेज आवाज में गिरा। इससे हाईवे पूरी तरह से ध्वस्त हो गया। इससे कपकोट मुख्य मार्ग बाधित हो गया है। कई वाहन सवार बाल बाल बचे।
उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में पहाड़ से भारी मात्रा में मलबा गिरने से कपकोट मार्ग बंद हो गया। pic.twitter.com/Cn3SUbrE5H
— Prashant Mishra (@prmneha) August 20, 2022
इसके अलावा बागेश्वर-गरुड़ मार्ग में जग़ह जगह पेड़ और मलबा आने से सड़क बंद है। गिरेछिना मोटर मार्ग भी बन है। नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। पेयजल आपूर्ति भी चरमरा गई है।
पेड़ व पत्थर से सड़क बंद
गरुड़। शुक्रवार देर रात्रि रंवाईखाल पर्यटक आवास गृह के पास बरसात के कारण चीड़ का पेड़ और बोल्डर मुख्य सडक पर आ गए। जिससे गरूड़-बागेश्वर मोटरमार्ग यातायात के लिए बंद हो गया।
पूर्व विधायक ललित फर्सवाण, पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष देवेंद्र परिहार, पूर्व सदस्य मनोज कुमार आदि सड़क अवरुद्ध हो जाने से वहीं पर फंस गए। रात्रि में ही पूर्व विधायक ललित फर्सवाण ने जिला अधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को फोन पर सूचना दी।
एंबुलेंस भी फंसी
मौके पर बागेश्वर से मरीज को छोड़कर आ रही एम्बुलेंस भी फंस गई। फायर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सड़क खुलवाने की कोशिश की।लेकिन सड़क नहीं खुल पाई। उन्होंने बताया कि जेसीबी मशीन आने के बाद ही सड़क यातायात के लिए खुल पाएगी।
शुक्रवार से बंद एनएच अभी तक सुचारू नहीं
चम्पावत : शुक्रवार की दोहपर दो बजे से बंद टनकपुर-चम्पावत राष्ट्रीय राजमार्ग पर अभी तक आवाजाही सुचारू नहीं हो पाई है। धौन और अमोड़ी के बीच कई स्थानों पर मलबा आने से सड़क बंद हो गई थी।
शाम को आठ बजे करीब एक घंटे के लिए सड़क खुली लेकिन स्वाला के पास किमी 100 के पास फिर से मलबा आने से वाहनों की आवाजाही ठप हो गई।
फंसे वाहन निकाले
इस दौरान फंसे हुए अधिकांश वाहनों को निकाल लिया गया। रात में चम्पावत की तरफ फंसे यात्रियों को रात में रैन बसेरे में जगह दी गई। प्रशासन की ओर से इन यात्रियों के लिए रहने खाने की व्यवस्था की गई।
शुक्रवार को देर शाम तक उप जिलाधिकारी सदर अनिल कुमार चन्याल, तहसीलदार ज्योति धपवाल एवं एनएच के अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।
सड़क से हटाया जा रहा मलबा
आपदा नियंत्रण कक्ष से मिली जानकारी के अनुसार अभी स्वाला के पास किमी 100 में मलबा हटाने का काम जारी है। सुबह नौ बजे तक सड़क खुलने की संभावना है। इसके अलावा छह ग्रामीण सड़कें भी बंद चल रही हैं।
इधर, शनिवार की सुबह से ही जिले के पर्वतीय इलाकों में आसमान में बादल छाए हैं। कई जगह घना कोहरा लगा है। टनकपुर और बनबसा में मौसम साफ है।
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