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आसमान में सोम को गुरु ने बिखेरी अद्भुत छटा, छह दशक बाद पृथ्वी के बेहद करीब आया सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह

Jupiter came near to earth घटना के दौरान एक ओर बृहस्पति व दूसरी ओर सूर्य होता है और ठीक बीच में पृथ्वी होती है। जिसके चलते बृहस्पति ग्रह हमारे सार्वाधिक करीब पहुंच जाता है। नजदीकी के कारण यह काफी बड़ा नजर आता है और उसकी चमक बढ़ जाती है।

By JagranEdited By: Rajesh VermaPublished: Mon, 26 Sep 2022 08:36 PM (IST)Updated: Mon, 26 Sep 2022 08:36 PM (IST)
आसमान में सोम को गुरु ने बिखेरी अद्भुत छटा, छह दशक बाद पृथ्वी के बेहद करीब आया सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह
नैनीताल के समीप ज्योलीकोट की चोटियों से आसमान में इस तरह से टिमटिमाता नजर आया बृहस्पति ग्रह।

जागरण संवाददाता, नैनीताल : Jupiter came near to earth : सोमवार की रात आसमान में टिमटिमाते बृहस्पति ग्रह का दिलचस्प नजारा देखने में आया। यह खगोलीय घटना दुर्लभ थी। खगोल वैज्ञानिकों के मुताबिक करीब छह दशक बाद बृहस्पति हमारे इतने अधिक करीब पहुंचा था। इस घटना के दौरान पृथ्वी व बृहस्पति की दूरी लगभग 591 मिलियन किमी रह गई थी।

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अपोजिशन की खगोलीय घटना

आर्यभट्ट प्रेक्षण विज्ञान शोध संस्थान (Aries) के वरिष्ठ खगोल विज्ञानी डा. शशिभूषण पांडेय ने बताया कि यह अपोजिशन की खगोलीय घटना थी। इस घटना के दौरान एक ओर बृहस्पति व दूसरी ओर सूर्य होता है और ठीक बीच में पृथ्वी होती है। जिसके चलते बृहस्पति ग्रह हमारे सार्वाधिक करीब पहुंच जाता है। नजदीकी के कारण यह काफी बड़ा नजर आता है और उसकी चमक भी बढ़ जाती है। इसी कारण सोमवार को बृहस्पति बेहद चमकदार नजर आ रहा था।

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पृथ्वी से 11 गुना है बड़ा है बृहस्पति

उन्होंने बताया कि बृहस्पति (Jupiter) और पृथ्वी (Earth) के बीच की दूरी अपने पथ के अनुसार घटती-बढ़ती रहती है। औसत दूरी के लिहाज से आज यह दूरी बहुत कम थी। बृहस्पति की पृथ्वी से औसत दूरी 741453748.99 किमी है। आकार में बृहस्पति पृथ्वी से 11 गुना बड़ा है। गुरु सौर मंडल का सबसे बड़ा ग्रह है और 5वें स्थान का ग्रह है, जबकि पृथ्वी सूर्य से तीसरे स्थान का ग्रह है।

सूर्यास्त के समय दिखा नजारा

इस घटना के वक्त सूर्य अस्त हो रहा था और उधर पूर्व दिशा में बृहस्पति उदय हो रहा था। यह नजारा बेहद दर्शनीय था, जिसे नग्न आंखों से देखा गया। इसे निहारने के लिए खगोलप्रेमी व एस्ट्रो फोटोग्राफर ऊंचे स्थानों पर पहुंचे हुए थे। उन्होंने विभिन्न कोणों से इस नजारे को कैमरे में कैद किया। खगोल वैज्ञानिकों के मुताबिक अगले वर्ष 2023 में दो नवंबर को यह ग्रह हमारे करीब होगा। वर्ष 2024 में 7 दिसंबर को और 2026 को 10 जनवरी को यह ग्रह सूर्य के अपोजिशन में होगा।


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