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    पूर्व मंत्री ने जिस स्‍वतंत्रता संग्राम सेनानी की हड़पी जमीन वो आजाद हिंद फौज के थे सिपाही

    By Skand ShuklaEdited By:
    Updated: Tue, 03 Mar 2020 07:06 PM (IST)

    जिस स्‍वतंत्रता संग्राम सेनानी रामअवध सिंह की जमीन सपा सरकार में पूर्व मंत्री रहे प्रेम प्रकाश सिंह ने हड़पी है वह नेता जी सुभाष चन्‍द्र बोस के बेहद करीब रहे थे।

    पूर्व मंत्री ने जिस स्‍वतंत्रता संग्राम सेनानी की हड़पी जमीन वो आजाद हिंद फौज के थे सिपाही

    हल्द्वानी, जेएनएन : जिस स्‍वतंत्रता संग्राम सेनानी रामअवध सिंह की जमीन सपा सरकार में पूर्व मंत्री रहे प्रेम प्रकाश सिंह ने हड़पी है, वह नेता जी सुभाष चन्‍द्र बोस के बेहद करीब रहे थे। आजादी की लड़ाई के दौरान रामअवध सिंह ने कई आंदोलनों में हिस्‍सा लिया था। स्‍वतंत्रता संग्राम के दौरान ही नेताजी ने जब आजाद हिंद फौज बनाई तो राम अवध सिंह उनकी फौज का हिस्‍सा बन गए। अपनी वाक पटुता और सक्रियता के कारण वे नेताजी के करीब आए। स्‍वतंत्रता मिलने के बाद पुलिस में भर्ती हुए और डिप्टी एसपी के पद से रिटायर हुए थे। स्‍वतंत्रता आंदाेलन में उनके योगदान को ही देखते हुए संयुक्‍त प्रदेश के दौरान उत्‍तर प्रदेश सरकार ने उन्‍हें मौजूदा ऊधमसिंह नगर जिले के रुद्रपुर के बागवाला गांव में 50 एकड़ भमि आवंटि की थी। इसी भूमि के 32 एकड़ को फर्जी तरीके से वसीयत कराकर पूर्व मंत्री ने हड़प लिया था।

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    उत्‍तर प्रदेश के आमगढ़ के रहने वाले थे स्‍वतंत्रता संग्राम सेनानी

    स्‍वतंत्रता संग्राम सेनानी रामअवध सिंह मूल रूप से उत्‍तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले के पूनापार के रहने वाले थे। 10 जून 1999 को रामअवध की मृत्यु के बाद जमीन उनकी इकलौती बेटी प्रभावती देवी के नाम दर्ज हो गई। प्रभावती की शादी आजमगढ़ की तहसील बूढऩपुर क्षेत्र के सिंघोड़ा गांव में होने से वह यहां नहीं रहती हैं। इस कारण जमीन की देखभाल भी नहीं हाे पा रही थी। इस का फायदा उठाकर पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश सिंह ने फर्जी वसीयत तैयार कर जमीन अपने नाम करा ली। घटना की जानकारी होने पर प्रभावती ने इसकी शिकायत डीआइजी से की। जिसके बाद मामले की विवेचना शुरू हुई।

    पिता देश बचाने के लिए लड़े और बिटिया सम्‍मान में मिली जमीन को

    स्‍वतंत्रता संग्राम सेनानी रामअवध सिंह ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि जिस देश की स्‍तंत्रता के लिए उन्‍होंने आंदालनों में हिस्‍सा लिया एक दिन उसी देश में बिटिया को अपनी जमीन बचाने के लिए संघर्ष करना पड़ेगा। जमीन की देखरेख न हो पाने के कारण ही पूर्व मंत्री की नियत खराब हो गई। हालांकि जमीनों को हड़पने के मामले में उनकर रिकार्ड काफी काला रहा है। लेकिन बिटिया ने भी सत्‍ता की धमक के आगे झुकने की बजाए जमीन को हासिल करने के लिए हर स्‍तर पर लड़ाई लड़ी। 

    मझौली राजघराने की जमीन पर भी किया कब्जा

    बरहज के पूर्व सपा विधायक प्रेम प्रकाश सिंह व उनके बेटे पर देवरिया में भी जमीन कब्जा करने का मुकदमा दर्ज रहा। मझौलीराज स्टेट की करीब आठ बीघा जमीन कब्जाने का आरोप है। मझौलीराज स्टेट की बहू शांति मल्ल पत्नी शारदा मल्ल ने जून 2018 में आइजी जोन गोरखपुर नीलाब्जा चौधरी के पास तीन जून को शिकायत की। बताया था कि उनका बरहज रेलवे स्टेशन के ठीक सामने बगीचा है, जिस पर कुछ लोग कब्जा कर लिए हैं। इस मामले में बरहज पुलिस ने पूर्व विधायक प्रेम प्रकाश सिंह, उनके बेटे शक्ति वर्धन सिंह, अर्कप्रताप मल्ल, उमेश प्रताप मल्ल के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दिया।

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