नगर बसाने के वर्षों बाद भी शहर में जगह-जगह ट्रांसपोर्ट का कारोबार, नो एंट्री के समय वाहनों की आवाजाही; जाम
हल्द्वानी शहर को जाम से निजात दिलाने और एक ही जगह पर सारा ट्रांसपोर्ट कारोबार संचालित करने के लिए सरकार ने करीब 20 वर्ष पहले ट्रांसपोर्ट नगर बसाया। स ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, हल्द्वानी : शहर को जाम से निजात दिलाने और एक ही जगह पर सारा ट्रांसपोर्ट कारोबार संचालित करने के लिए सरकार ने करीब 20 वर्ष पहले ट्रांसपोर्ट नगर बसाया। सरकार यहां अधिकतर ट्रांसपोर्ट कारोबारियों को शिफ्ट करने के दावे भी करती है, मगर ऐसा नहीं है।
वर्षों बीत जाने के बाद भी टीपी नगर से अलग भी शहर के अलग-अलग जगहों से ट्रांसपोर्ट का कारोबार हो रहा है। वर्कशाप लाइन, बरेली रोड, लाइन नंबर एक के अलावा कई अन्य जगहों से सामान की लोडिंग-अनलोडिंग हो रही है। यही नहीं, मोटर पार्ट्स की दुकानों के साथ वाहनों के मरम्मत भी धड़ल्ले से हो रही है। टीपी नगर के कई ट्रांसपोर्टरों व मोटर पार्ट्स व्यापारियों ने अपनी दुकानें किराए पर भी दे रखी हैं।
नो एंट्री में हो रही वाहनों की आवाजाही
शहर में दूसरे जगहों पर ट्रांसपोर्ट कारोबार होने से भारी वाहन शहर के अंदर बेधड़क नो एंट्री के समय भी आवाजाही करते हैं। उन्हें रोकने वाला कोई नहीं। यही वाहन बाद में जाम की वजह बनते हैं। औपचारिकता के लिए भी इनके विरुद्ध कार्रवाई नहीं होती है।
यह ट्रांसपोर्टर कर रहे बाहर काम
लाइन नंबर एक में राधे-राधे ट्रांसपोर्ट, शिव चामुंडा ट्रांसपोर्ट, मामू ट्रांसपोर्ट, सोमनाथ ट्रांसपोर्ट, नैनीताल ट्रांसपोर्ट, जबकि बरेली रोड पर पीसीएफ प्लाजा में विजय ट्रांसपोर्ट व जय दुर्गा ट्रांसपोर्ट।
इन वस्तुओं का होता है परिवहन
टीपी नगर के साथ लाइन नंबर एक, बरेली रोड, तिकोनिया, वर्कशाप लाइन, केमू स्टेशन लाइन पर कारोबार संचालित है। दाल, अनाज, फल, सब्जी, लोहा, स्टील, किताबें, सीमेंट, चावल, केमिकल, पेपर, कपड़ा, बीज, खाद, कीटनाशक, स्क्रैप, पेंट, लकड़ी, क्राकरी सहित अन्य तरह के उत्पादों का इन जगहों से परिवहन होता है।
इन प्रमुख राज्यों के लिए होता है परिवहन
उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दिल्ली, जम्मू सहित अन्य राज्यों में हल्द्वानी से सामान भेजे व मंगाए जाते हैं।
कुछ ट्रांसपोर्टरों ने यातायात नगर के बाहर अपनी दुकान खोल रखी है। इससे ट्रांसपोर्ट नगर के व्यापारियों को काफी नुकसान होता है। नजदीक में दुकान होने से लोग वहां चले जाते हैं। दूरी की वजह से व्यापारी यहां नहीं आता।
- चंद्रशेखर पांडेय, जय लक्ष्मी ट्रांसपोर्ट, यातायात नगर हल्द्वानी
ट्रांसपोर्ट नगर व्यापारियों व लोगों की सुविधा के लिए बसाया गया, लेकिन कुछ लोग बाजार में बुकिंग आफिस के नाम पर ट्रांसपोर्ट का कारोबार कर रहे हैं। इसे लेकर अध्यक्ष रहते हुए मैंने काफी लड़ाई लड़ी। उस दौरान कुछ व्यापारी टीपीनगर आ गए, लेकिन अभी भी कई बाजार से काम कर रहे हैं।
- अमन भट्ट, जय जागनाथ ट्रांसपोर्ट, यातायात नगर हल्द्वानी
ट्रांसपोर्ट नगर से ही सारा कारोबार संचालित होना चाहिए। सरकार ने हमें तो मूल स्थान से उजाड़ कर यहां पहुंचा दिया, लेकिन अन्य लोगों को सरकार यहां तक नहीं ला पाई। इसका खामियाजा आम व्यापारियों को भुगतना पड़ रहा है।
- अमरजीत सिंह सेठी, अध्यक्ष, ट्रांसपोर्ट नगर व्यापारी एसोसिएशन
जब ट्रांसपोर्ट नगर बसाया गया तो उस समय क्या व्यवस्था थी, इसके बारे में मुझे नहीं पता। बाहर व्यापारी कैसे ट्रांसपोर्ट का काम कर रहे हैं। इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। इसके बारे में पता कर कार्रवाई की जाएगी।
- ऋचा सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट, हल्द्वानी

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।