फेस्टिव सीजन में भी कम हुई गैस सिलेंडर की डिमांड, जानिए क्यों
जून में प्रतिदिन लगभग दो हजार सिलेंडरों की खपत होती थी, लेकिन अक्टूबर में केवल एक हजार से पंद्रह सौ सिलेंडर की ही खपत हो रही है।
हल्द्वानी (जेएनएन) : एलपीजी सिलेंडर के दाम बढऩे से त्योहारी सीजन में भी शहर में घरेलू एलपीजी की खपत में कमी देखने को मिल रही है। जून में प्रतिदिन लगभग दो हजार सिलेंडरों की खपत होती थी, लेकिन अक्टूबर में केवल एक हजार से पंद्रह सौ सिलेंडर की ही खपत हो रही है। पहले की अपेक्षा तकरीबन पांच सौ से छह साै सिलेंडरों की खफत में कमी आई है। कॉलोनियों में जाकर होम डिलीवरी करने वाली वैन भी पूरी खाली नहीं हो पा रही है। इस बारे में जहां गैस आपूर्ति एजेंसिंयों का कहना है कि दाम बढ़ने के कारण उपभोक्ता अब किफायत से गैस का इस्तेमाल कर रहे हैं वहीं तमाम अन्य कारणों पर भी चर्चा हो रही है।
45 हजार से ज्यादा हैं उपभोक्ता
इंडेन गैस सर्विस में शहरी क्षेत्र के 25 हजार उपभोक्ता हैं। इसके अलावा इंडेन की दो अन्य निजी एजेंसियों, भारत गैस व हिंदुस्तान पेट्रोलियम के 20 हजार से ज्यादा उपभोक्ता हैं। एजेंसी संचालकों की माने तो गैस कनेक्शन के साथ आधार कार्ड लिंक होने के बाद अवैध कनेक्शन पूरी तरह निरस्त हो गए। अब वर्ष में उपभोक्ताओं को सब्सिडी वाले केवल 12 सिलेंडर ही मिलते हैं, जिसके बाद घरेलू गैस की खपत में पहले की तुलना में कमी आई है। आमतौर पर त्योहारी सीजन में सिलेंडर की मांग बढ़ती है, लेकिन इस बार त्योहारी सीजन में भी डिमांड नहीं बढ़ी।
397.03 रुपये मिल रही सब्सिडी
सितंबर 2016 घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत 538.50 रुपये थी। उस समय उपभोक्ताओं के बैंक खाते में 47.50 रुपये सब्सिडी आती थी। वर्ष 2018 में एलपीजी सिलेंडर की कीमत 899.50 रुपये हो गई और उपभोक्ताओं को प्रति सिलेंडर पर 397.03 रुपये सब्सिडी मिल रही है। लेकिन त्योहारी सीजन में अन्य खर्चों को देखते हुए उपभोक्ता एक मुश्त लगभग नौ सौ रुपये खर्च करने में कतरा रहे हैं।
सब्सिडी छोडऩे के आवेदन में कमी
एलपीजी सिलेंडर के लगातार बढ़ते दामों से सब्सिडी छोडऩे वाले उपभोक्ताओं की संख्या में भी कमी आने लगी है। हल्द्वानी इंडेन गैस सर्विस के 25 हजार उपभोक्ताओं में से मात्र एक हजार उपभोक्ता ही ऐसे हैं, जिन्होंने सब्सिडी छोड़ी है। पिछले लगभग छह महीने से एक भी उपभोक्ता ने सब्सिडी छोडऩे के लिए आवेदन नहीं किया।
किफायत से हो रहा गैस का इस्तेमाल
रवि मेहरा, मैनेजर इंडेन गैस एजेंसी ने बताया कि एलपीजी सिलेंडरों की खपत में पहले के मुकाबले इस बार कमी देखी जा रही है। लोग किफायत के साथ गैस का इस्तेमाल कर रहे हैं। सब्सिडी छोडऩे के लिए फिलहाल किसी ने आवेदन नहीं किया।
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