भारत-नेपाल सीमा पर विवाद, नो मेंस लैंड से फड़ हटाने पर भड़के नेपाली, पूर्णागिरी के श्रद्धालुओं का रोका रास्ता
Controversy on Indo Nepal border नेपालियों ने टनकपुर से ब्रह्मदेव स्थित सिद्धनाथ मंदिर जा रहे पूर्णागिरि के श्रद्धालुओं का रास्ता रोक दिया। इस घटना से एक घंटे तक तनाव की स्थिति बनी रही। बाद में ब्रह्मेदव मंडी के व्यापारियों एवं चौकी प्रभारी के समझाने पर विवाद सुलझ गया।

जागरण संवाददाता, टनकपुर : Controversy on Indo Nepal border : भारत-नेपाल सीमा के नो मेंस लैंड में नेपाल के एक व्यापारी द्वारा लगाई गई अस्थायी दुकान को एसएसबी ने हटा दिया, जिससे नेपाल के दुकानदार भड़क गए और हंगामा शुरू कर दिया। अभद्रता पर उतरे नेपालियों ने टनकपुर से ब्रह्मदेव स्थित सिद्धनाथ मंदिर जा रहे पूर्णागिरि के श्रद्धालुओं का रास्ता रोक दिया। इस घटना से एक घंटे तक सीमा पर तनाव की स्थिति बनी रही। बाद में ब्रह्मेदव मंडी के व्यापारियों एवं चौकी प्रभारी के समझाने पर विवाद सुलझ गया।
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एक घंटे तक चलता रहा विवाद
सोमवार सुबह बैराज पर तैनात एसएसबी को सूचना मिली की नेपाल के कुछ दुकानदारों ने नो मेंस लैंड पर खोखा-फड़ लगा रखे हैं। सूचना के बाद एसएसबी के अधिकारी और जवान मौके पर पहुंचे और उन्होंने फड़ों को हटा दिया, जिसके बाद आस-पास के अन्य दुकानदार भी वहां पहुंच गए और उन्होंने इसका विरोध शुरू कर दिया। यहीं नहीं, उन्होंने टनकपुर से नेपाल के ब्रह्मदेव में सिद्धबाबा के दर्शन को आ रहे श्रद्धालुओं का रास्ता भी जाम कर दिया। लगभग एक घंटे तक अफरा तफरी की स्थिति बनी रही।
ब्रह्मदेव चौकी प्रभारी ने की अपील
बाद में ब्रह्मदेव चौकी प्रभारी प्रेम सिंह कुंवर ने विरोध कर रहे फड़ दुकानदारों को चौकी में बुलाया और उनके साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि यह मामला नो मेंस लैंड का है। लिहाजा दोनों देशों के उच्चाधिकारियों से वार्ता करने के बाद ही आगे की कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने इस क्षेत्र में दुकान न लगाने की अपील की।
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हंगामा थमा तो सिद्धनाथ मंदिर पहुंचे श्रद्धालु
नेपाली दुकानदारों का कहना था कि वह पूर्व में भी यहां फड़ लगाकर नवरात्रों में व्यवसाय करते रहे हैं। उनका कहना था कि एसएसबी ने जबरन दुकानें हटाईं हैं। उधर श्रद्धालुओं को रोके जाने की खबर के बाद ब्रह्मदेव मंडी के व्यापारी भी वहां पहुंच गए और उन्होंने श्रद्धालुओं को रोके जाने को गलत बताया, जिसके बाद भारतीय श्रद्धालुओं को सिद्धनाथ मंदिर के दर्शन के लिए आने दिया गया।
नेपाल के कुछ लोग नो मेंस लैंड पर अवैध ढंग से फड़ लगा रहे थे। गश्त कर रही एसएसबी टीम को इसकी सूचना मिलने पर लगाए गए फड़ों को हटा दिया गया। इस संबंध में उच्चाधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है। नो मेंस लैंड में किसी भी प्रकार का निर्माण अंतरराष्ट्रीय नियमों के खिलाफ है। एसएसबी घटनाक्रम पर पूरी नजर बनाए हुए है।
-भीम देव, चौकी प्रभारी एसएसबी, शारदा बैराज
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