सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ सड़क पर उतरे कांग्रेसी, लालटेन लेकर ढूंढा भाजपा का विकास
हल्द्वानी की सड़कों पर बुधवार को कांग्रेसियों ने एकजुटता का संदेश देते हुए सरकार के खिलाफ जमकर हुंकार भरी। भारी भीड़ देख दिग्गजों के चेहरे भी खुश हो गए।
हल्द्वानी, जेएनएन : हल्द्वानी की सड़कों पर बुधवार को कांग्रेसियों ने एकजुटता का संदेश देते हुए सरकार के खिलाफ जमकर हुंकार भरी। भारी भीड़ देख दिग्गजों के चेहरे भी खुश हो गए। हाथों में लालटेन थामे कांग्रेसियों ने कहा कि वह दिन के उजियारे में सरकार द्वारा पिछले तीन साल में किए विकास कार्यों को ढूंढने निकले हैं लेकिन विकास नजर नहीं आया।
पैदल मार्च करके एमबी कॉलेज मैदान में पहुंचे
राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश, प्रदेश प्रभारी अनुग्रह नारायण सिंह के नेतृत्व में कुमाऊं भर से हल्द्वानी पहुंचे पदाधिकारी व कार्यकर्ता पहले एमबी इंटर कॉलेज के मैदान में पहुंचे। यहां से सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए नैनीताल रोड होते हुए रामलीला मैदान के लिए पदयात्रा निकाली। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह व नेता प्रतिपक्ष डॉ. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि भाजपा ने सत्ता हासिल करने के लिए जनता के सामने वादों की झड़ी लगाई थी, लेकिन तीन साल में जमीन पर एक काम नहीं हुआ।
प्रदेश सरकार ने जनता का छला : नेता प्रतिपक्ष
उत्तराखंड की जनता को विकास के नाम पर महंगाई, बढ़ा रोडवेज किराया व महंगी स्वास्थ्य सुविधा दी गई है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ने कहा कि आइएसबीटी, इंटरनेशनल जू समेत तमाम बड़े प्रोजेक्ट की हालत सरकार के दावों की पोल खोलने के लिए काफी है। प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि युवाओं को रोजगार मुहैया नहीं करवा सकने वाली यह सरकार किसी हाल में सत्ता में वापसी नहीं कर सकेगी। पदयात्रा के दौरान हाथों में बैनर-पोस्टर थामे कांग्रेसियों ने भी सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली।
विरोध प्रदर्शन के दौरान ये रहे मौजूद
पूर्व विधायक रणजीत रावत, महामंत्री प्रशासन विजय सारस्वत, प्रदेश महामंत्री हेमंत बगड़वाल, महेश शर्मा, प्रदेश सचिव किरन डालाकोटी, जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल, एआइसीसी सदस्य सुमित हृदयेश, संध्या डालाकोटी, राहुल छिमवाल, युकां जिलाध्यक्ष गजेंद्र गौनिया आदि मौजूद रहे।
यह भी पढ़ें : कांग्रेस का फर्ज है कि वह लोकतंत्र को कमजोर करने वाली हर ताकत के खिलाफ लड़े
यह भी पढ़ें : पूर्व मुख्यमंत्रियों के बकाया माफी पर फाइनल सुनवाई दो मार्च को
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।