नैनीताल में हर तरह की पर्यटन गतिविधियां 31 मार्च तक बंद, नदियों में खनन भी रोका गया
कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने पर्यटन नगरी नैनीताल के साथ ही जिलेभर हर तरह की पर्यटन गतिविधियों को रोक दिया है।
नैनीताल, जेएनएन : कोरोना वायरस के संक्रमण की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने पर्यटन नगरी नैनीताल के साथ ही जिलेभर हर तरह की पर्यटन गतिविधियों को रोक दिया है। होटलों के अलावा पर्यटन गतिविधियों में शामिल घुड़सवारी, पैराग्लाइडिंग एवं नौकायन 31 मार्च तक बंद करने का फरमान जारी कर दिया है। नैनी झील के अलावा भीमताल, नौकुचियाताल, सातताल तथा अन्य झीलों में भी नौकायन भी प्रतिबंधित कर दिया गया है। प्रशासन के फरमान के बाद किलबरी, पंगूठ क्षेत्र के 35 होटल, रिसॉर्ट बंद कर दिए गए हैं। साथ ही पर्यटकों की आवाजाही रोक दी गई है।
शुक्रवार को एडीएम कैलाश टोलिया की अध्यक्षता में हुई बैठक में कहा गया कि यदि 31 मार्च तक कोई नौका चालक आदेश का उल्लघंन करे तो उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। नगरपालिका को नगर क्षेत्र में सार्वजनिक स्थानों पर सैनिटाइजर एवं मास्क का इंतजाम करने, सफाई व्यवस्था चाक चौबंद करने को कहा गया। कर्मचारियों को आवश्यक रूप से प्रोटेक्टिव गेयर मॉस्क, ग्लब्स सैनिटाइजर दिए जाएं। जिला विकास प्राधिकरण एलईडी स्क्रीनों पर कोरोना वायरस के संबंध में सजीव चित्रण एवं प्रसारण कार्य करेगा। एडीएम ने कहा कि माल रोड पर रिक्शा चालक अनिवार्य रूप से मास्क पहनकर रिक्शा का संचालन करेंगे। सभी होटल व्यवसायी 31 मार्च तक बंद रखना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा तल्लीताल तथा मल्लीताल रिक्शा स्टैंड एवं अन्य भीड़भाड़ वाले स्थान पर थर्मामीटर उपलब्ध कराए जाएंगे।
एडीएम ने कहा कि तय अवधि तक होटल एसोसिएशन नैनीताल तथा होटल एसोशिएशन मुक्तेश्वर द्वारा बंद करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि प्रशासन के संज्ञान में आया है बहुत से होटल यूनियन के निर्णय के बाद भी बंद नहीं कर रहे है। साफ कहा कि यदि कोई आदेशों की अवहेलना की जाती है तो संबंधित के विरुद्ध सीआरपीसी की धारा188 एवं उत्तराखंड एपिडेमिक डिजीज सीओवीआइडी 19 रेगुलेशन एक्ट 2020 अंडर दि एपिडेमिक डिजीज एक्ट 1897 के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। बैठक में एएसपी राजीव मोहन, एसडीएम विनोद कुमार, अनुराग आर्य, जिला पर्यटन विकास अधिकारी अरविंद गौड़, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका अशोक वर्मा, खाद्य सुरक्षा अधिकारी अश्विनी सिंह, विनोद गुणवंत, महेंद्र वर्मा, त्रिभुवन फत्र्याल आदि मौजूद थे।
आज से नदियों में खनन बंद
लालकुआं : कोरोना के खतरे को देखते हुए वन विकास निगम ने शनिवार से तीन दिन तक कोसी, दाबका, गौला व शारदा नदी में चुगान बंद करने का निर्णय लिया है। 24 मार्च से फिर से चुगान शुरू होगा। वन विकास निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक पूर्वी क्षेत्र जीसी पंत ने बताया कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए सरकार की गाइड लाइन के अनुरूप शनिवार से नैनीताल व ऊधम सिंह नगर की प्रमुख नदियों में 21 से 23 मार्च तक चुगान बंद रहेगा। ऐसे में नैनीताल जनपद की गौला, नंधौर के साथ ही ऊधम सिंह नगर की शारदा नदी में खनन कार्य पूरी तरह से प्रतिबंधित रहेगा। क्षेत्रीय प्रबंधक पश्चिमी क्षेत्र बीबी हर्बोला ने बताया कि 21 से 23 मार्च तक दाबका व कोसी नदी से भी चुगान बंद रहेगा। इन नदियों से 24 मार्च से फिर से चुगान प्रारंभ हो जाएगा।
रामनगर में हनुमान धाम भी बंद
कोरोना के खतरे में गिरिजा देवी मंदिर के बाद अब छोई स्थित हनुमान धाम भी 31 मार्च तक श्रद्धालुओं के लिए बंद रहेगा। प्रशासन ने इस संबंध में मंदिर संचालकों को निर्देश दिए। हनुमान सेवा ट्रस्ट ने शुक्रवार से मंदिर बंद रखने का फैसला लिया। ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी पवन अग्रवाल ने बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ रहती है। ऐसे में कोरोना के संक्रमण की आशंका के मद्देनजर यह निर्णय लिया गया है। रोजाना सुबह व शाम आरती होती रहेगी। दूसरी ओर, परिवहन निगम ने रोडवेज डिपो में बसों को सेनिटाइज किया। एआरटीओ विमल पांडे ने बसों को सेनिटाइज करने व साफ-सफाई के निर्देश डिपो अधिकारियों को दिए।
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