66 नए मरीजों को डेंगू, अब भी तेजी से फैल रही बीमारी NAINITAL NEWS
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़े आधार पर मंगलवार को ही 66 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। अब तक की यह सबसे बड़ी संख्या है।
हल्द्वानी, जेएनएन : शहर में डेंगू व वायरल फीवर के मरीज लगातार अस्पताल पहुंच रहे हैं। तेजी से फैल रही गंभीर बीमारी को लेकर जिला प्रशासन ने जागरूकता अभियान तेज कर दिया है, लेकिन अस्पतालों में इंतजाम अधूरे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़े आधार पर मंगलवार को ही 66 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। अब तक की यह सबसे बड़ी संख्या है। इसके अलावा बेस अस्पताल में वायरल बुखार से ग्रस्त 110 और एसटीएच में 130 से अधिक मरीज भर्ती हैं। निजी अस्पतालों का कोई रिकार्ड नहीं है, लेकिन इन अस्पतालों में भी बेड फुल हैं।
एसटीएच में लगातार बेड बढ़ाने के बावजूद जगह कम हो गई है। कुछ दिनों से एक बेड पर दो-दो मरीज भर्ती थे, लेकिन मंगलवार को स्थिति और चौंकाने वाली हो गई है। जब भर्ती करने वाले मरीजों का दबाव बढ़ा तो मजबूर होकर अस्पताल प्रबंधन को भी एक बेड पर तीन-तीन मरीजों को भर्ती कर ड्रिप चढ़वानी पड़ी। तमाम मरीज भर्ती कराए जाने को लेकर भटकते रहे, लेकिन बेड नहीं होने की वजह से डॉक्टर भी असमंजस में दिखे। बेस में खत्म होने के बाद भेजी एलाइजा किट बेस अस्पताल के पैथोलॉजी सेंटर में डेंगू की जांच के लिए एलाइजा किट खत्म हो गई थी। जब किट खत्म होने की सूचना स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को मिली तो दोपहर बाद किट उपलब्ध कराई गई। ये है मरीजों की स्थिति -66 नए मरीजों में डेंगू की पुष्टि -37 डेंगू मरीज एसटीएच में भर्ती -21 डेंगू मरीज बेस में भर्ती -318 मरीजों में अब तक डेंगू की पुष्टि -260 डेंगू मरीज इलाज के बाद हुए डिस्चार्ज एसटीएच में अब एमआरआइ मशीन भी दे गई दगा एसटीएच में दो दिन से सीटी स्कैन मशीन खराब है। प्रतिदिन 30 से अधिक जांचें हो जाया करती थी, लेकिन अब मरीजों को लौटाया जा रहा है।
मंगलवार को पुरानी हो चुकी एमआरआइ मशीन भी दगा दे गई। इसे लेकर भी मरीज इधर-उधर भटकते रहे। बारिश से कम हो जाएंगे लार्वा कीट विशेषज्ञों का मानना है कि कई जगह दो घंटे की बारिश हुई। इससे मच्छरों के लार्वा बह जाएंगे। वैसे भी डेंगू फैलाने वाली एडीज एज्पिटाइ मच्छर एक बार में 200 अंडे देती है। यह मच्छर अपनी जिंदगी में कुल तीन बार अंडे देती है। डॉ. भारती राणा, सीएमओ ने बताया कि अतिरिक्त बेड का इंतजाम अस्पताल ही करेगा। वैसे इमरजेंसी में ही दो-तीन मरीज एक साथ रखे जा रहे हैं। इन्हें धीरे-धीरे वार्ड में शिफ्ट किया जा रहा है। सामान्य फीवर के मरीजों को जल्दी डिस्चार्ज किए जाने के निर्देश दिए गए हैं। क्षेत्र में लगातार फॉगिंग व जागरूकता अभियान चल रहा है।
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