Move to Jagran APP

ताला बंद स्कूल में युवक क्वारंटाइन, छत पर गुजार रहे हैं रात Haridwar News

हरिद्वार के लालढांग के प्राथमिक विद्यालय ढंडीयानवाला में क्वारंटाइन किए गए युवक स्कूल भवन की जर्जर छत में रहने को मजबूर हैं। शौच के लिए बाहर जाना पड़ रहा है।

By Sunil NegiEdited By: Published: Thu, 21 May 2020 06:09 PM (IST)Updated: Thu, 21 May 2020 06:09 PM (IST)
ताला बंद स्कूल में युवक क्वारंटाइन, छत पर गुजार रहे हैं रात Haridwar News
ताला बंद स्कूल में युवक क्वारंटाइन, छत पर गुजार रहे हैं रात Haridwar News

लालढांग (हरिद्वार) जेएनएन। लालढांग के प्राथमिक विद्यालय ढंडीयानवाला में क्वारंटाइन किए गए युवक स्कूल भवन की जर्जर छत में रहने को मजबूर हैं। स्कूल के कमरे ओर शौचालय में ताला लटका होने से युवकों को शौच करने के लिए स्कूल परिसर से बाहर जाना पड़ रहा है। शिक्षा विभाग ने इस स्कूल को जर्जर भवन की श्रेणी में रखा है।

loksabha election banner

मंगलवार को हिमाचल प्रदेश से चार युवक यहां आए थे, जिनमें से चार गांव ढंडीयानवाला के रहने वाले थे, जबकि एक युवक फरीदाबाद से पहुंचा था। इन पांचों को एसपीओ ग्राम प्रधान और पुलिस ने प्राथमिक विद्यालय ढंडीयानवाला में क्वारंटाइन किया। स्कूल के कमरे एवं शौचालय में ताला लटका हुआ है। ऐसे में यह पांचों युवक स्कूल की छत पर डेरा जमाए हुए हैं। यह उनके लिए कभी भी खतरनाक हो सकता है। यहां तक कि स्कूल भवन की छत पर जाने को सीढ़ी तक नहीं है। छत पर चढ़ने के लिए युवक पेड़ का सहारा ले रहे हैं। बार-बार इसी के सहारे छत पर आ-जा रहे हैं।

मीठी बेरी के ग्राम प्रधान जसपाल सिंह ग्रेवाल ने बताया कि इन युवकों को प्राथमिक विद्यालय मीठी बेरी में क्वारंटाइन करने के लिए कहा गया था। लेकिन, घर के पास होने के कारण यह सभी यहीं रहने की बात कह रहे हैं। फिलहाल स्कूल के अध्यापकों को फोन कर स्कूल की चाबी मंगवाई गई है।

भोजनमाता प्रवासियों के लिए पकाएंगी भोजन

विभिन्न राज्यों से आ रहे प्रवासियों को सरकारी विद्यालयों में क्वारंटाइन किया जा रहा है। इन विद्यालयों में तैनात भोजनमाता प्रवासियों के लिए भोजन पकाएंगी। लॉकडाउन में छूट दिए जाने के बाद से अन्य राज्यों से अनेक प्रवासी अपने घरों को लौट रहे हैं। इन लोगों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है। साथ ही यदि किसी में कोई लक्षण आ रहा है, तो एहतियात के तौर पर उसे क्वारंटाइन सेंटर में रखा जा रहा है। जिले के कई सरकारी विद्यालयों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक ब्रह्मपाल सिंह सैनी ने बताया कि प्रवासियों के लिए भोजन की व्यवस्था विद्यालय की भोजनमाता करेंगी, जबकि राशन की उपलब्धता ग्राम प्रधान आदि कराएंगे।

यह भी पढ़ें: दिल्ली से आए प्रवासी सीधे पहुंचे घर, हंगामा; पुलिस ने दर्ज किया मुकदमा

खाद्य सुरक्षा भत्ता न बांटने पर होगी कार्रवाई

सरकारी विद्यालयों में लॉकडाउन और ग्रीष्मावकाश की अवधि में भी बच्चों को मध्याह्न भोजन योजना का लाभ दिया जाएगा। जिन विद्यालयों को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है उनमें अध्ययनरत बच्चों को विद्यालय के अलावा अन्य स्थान पर बुलाकर भत्ता दिया जाएगा। जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक ब्रह्मपाल सिंह सैनी ने बताया कि कोताही बतरने वालों पर कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़ें: कोरोना संक्रमण के लगातार बढ़ रहे मामले, स्‍वास्‍थ्‍य विभाग ने 25 प्रवासियों के लिए रैंडम


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.