योगगुरु बाबा रामदेव बोले, जीवन को संवारने के लिए अपनाएं योग मार्ग
पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगगुरु बाबा रामदेव ने वीडियो संदेश में तन मन और जीवन को संवारने के लिए योग मार्ग अपनाने की प्रेरणा दी।
By Edited By: Published: Sat, 29 Aug 2020 12:02 AM (IST)Updated: Sun, 30 Aug 2020 12:01 PM (IST)
हरिद्वार, जेएनएन। पतंजलि विश्वविद्यालय में वैज्ञानिक और तकनीकी शब्दावली आयोग की ओर से प्रायोजित पांच दिवसीय वेब गोष्ठी के दूसरे दिन पतंजलि विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगगुरु बाबा रामदेव ने वीडियो संदेश में तन, मन और जीवन को संवारने के लिए योग मार्ग अपनाने की प्रेरणा दी। विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य बालकृष्ण ने भी प्रतिभागियों का मार्गदर्शन किया।
प्रथम तकनीकी सत्र में मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान नई दिल्ली के निदेशक डॉ. ईश्वर वी. बसवारेड्डी ने योग दर्शन के प्रथम अध्याय के सूत्र संख्या 30 से 40 की सारगर्भित व्याख्या प्रस्तुत की। प्राणायाम आदि पर प्रकाश डाला। द्वितीय सत्र में महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक के सेवानिवृत प्रोफेसर बलवीर आचार्य ने साधन पाद के कुछ सूत्रों पर चर्चा की। अष्टांग योग पर उदाहरण सहित विस्तार से अपनी बात रखी।
तृतीय तकनीकी सत्र में पतंजलि विश्वविद्यालय की कुलानुशासिका और दर्शनशास्त्र विभाग की अध्यक्षा प्रो. साध्वी देवप्रिया ने वर्तमान युग को योग युग बताते हुए योग दर्शन के तृतीय अध्याय की चर्चा की। शब्दावली आयोग के अध्यक्ष ने विद्वानों और प्रतिभागियों का आभार प्रकट किया। सत्र संचालन में विवि के संकायाध्यक्ष और कार्यक्रम संयोजक प्रो. वीके कटियार, सह संयोजक डॉ. रुद्र और डॉ. विपिन सहित विश्वविद्यालय के सभी अधिकारी, आचार्य और शोधछात्रों ने सक्रिय सहभागिता की।
कोरोना काल में बढ़ते तनाव बचने के लिए खुद को रखें व्यस्त
कोरोना महामारी के दौर में पैदा हो रहे मानसिक तनाव को खाली समय में अच्छा साहित्य पढ़कर या दोस्तों के साथ व्यस्त रहकर कम किया जा सकता है। इसके साथ ही शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए योग और व्यायाम किया जा सकता है। ये कहना है ऋषिकेश एम्स निदेशक प्रो. रवि कांत का है।
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