Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Haridwar: सनातन पर टिप्पणी करने वालों को 2024 में मिलेगा जवाब, हरिद्वार में बोले असम के सीएम हेमंत बिस्वा सरमा

    Haridwar असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा पितृ पक्ष की अमावस्या पर हरिद्वार पहुंचे। मीडिया से बातचीत में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सनातन धर्म कभी खत्म नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि देश में सनातन और सनातन से जुड़ी परंपराएं खत्म हो जाएं। लेकिन उन लोगों को यह पता नहीं कि जब वह लोग नहीं थे तब से सनातन धर्म है।

    By Swati SinghEdited By: Swati SinghUpdated: Sun, 15 Oct 2023 09:45 AM (IST)
    Hero Image
    असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा पितृ पक्ष की अमावस्या पर हरिद्वार पहुंचे

    जागरण संवाददाता, हरिद्वार। असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्वा सरमा पितृ पक्ष की अमावस्या पर शनिवार तड़के हरिद्वार पहुंचे। उन्होंने देवपुरा स्थित प्राचीन नारायणी शिला मंदिर में पितरों को प्रसन्न करने के लिए पूजा अर्चना की। इस दौरान मंदिर के भीतर और बाहर सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहे। बताया कि वह हर साल अमावस्या के दिन नारायणी शिला मंदिर पहुंचने की कोशिश करते हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मीडिया से बातचीत में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सनातन धर्म कभी खत्म नहीं हो सकता। उन्होंने कहा कि कुछ लोग चाहते हैं कि देश में सनातन और सनातन से जुड़ी परंपराएं खत्म हो जाएं। लेकिन, उन लोगों को यह पता नहीं कि जब वह लोग नहीं थे तब से सनातन धर्म है। करीब पांच हजार साल पहले से सनातन धर्म और उसे जुड़ी परंपराएं चलती आ रही हैं और आगे भी ऐसी ही चलती रहेगी।

    यह भी पढ़ें: सीएम धामी बोले- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन को धरातल पर साकार करें अधिकारी; दिए यह निर्देश

    विपक्ष पर किया कटाक्ष

    इधर विपक्षी गठबंधन की ओर से की जा रही बयानबाजी पर उन्होंने कहा कि गठबंधन के लोग सनातन धर्म पर बयानबाजी कर पाप कर रहे हैं। भारत के लोग उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव में मुंहतोड़ जवाब देंगे।

    रही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था

    असम मुख्यमंत्री के आगमन के चलते बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी मंदिर के भीतर और बाहर तैनात रहे। पितृ पक्ष की अमावस्या पर तर्पण पूजन को पहुंचे श्रद्धालुओं को बैरिकेडिंग कर रोक दिया गया। इससे श्रद्धालुओं को दिक्कतें भी उठानी पड़ी।