Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    हरिद्वार : कोरोना टेस्टिंग फर्जीवाड़े की जांच को एसआइटी गठित, सीओ बुग्गावाला करेंगे नेतृत्व; एसपी सिटी पर्यवेक्षण

    By Raksha PanthriEdited By:
    Updated: Fri, 18 Jun 2021 09:30 PM (IST)

    कुंभ के दौरान कोरोना टेस्टिंग में हुए फर्जीवाड़े की जांच के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस ने सीओ बुग्गावाला राकेश रावत के नेतृत्व में एसआइटी गठित की है। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय एसआइटी का पर्यवेक्षण करेंगी।

    Hero Image
    हरिद्वार: कोरोना टेस्टिंग में फर्जीवाड़े का मामले, सीएमओ के बयान दर्ज करने पहुंची पुलिस।

    जागरण संवाददाता, हरिद्वार। कुंभ के दौरान कोरोना टेस्टिंग में हुए फर्जीवाड़े की जांच के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस ने सीओ बुग्गावाला राकेश रावत के नेतृत्व में एसआइटी गठित की है। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय एसआइटी का पर्यवेक्षण करेंगी। शहर कोतवाल राजेश साह ने बतौर विवेचनाधिकारी शुक्रवार को सीएमओ डा. शंभू कुमार झा के इस मामले की जानकारी हासिल की। सीएमओ ने एक रोज पहले कोरोना जांच में गड़बड़ी के सिलसिले में मैक्स कारपोरेट सर्विसेज, नलवा लेबोरेटरी हिसार हरियाणा और डा.लाल चंदानी लैब दिल्ली के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एसएसपी ने बताया कि मुकदमे की जांच के लिए गठित एसआइटी में सीओ राकेश रावत, कोतवाल राजेश साह, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल के प्रभारी निरीक्षक राकेंद्र कठैत, हरिद्वार एसओजी प्रभारी रणजीत तोमर, एसएसआइ कनखल राजेंद्र रावत, उपनिरीक्षक लक्ष्मी मनोला, कांस्टेबल शशिकांत व दीप गौड़ को शामिल किया गया है। एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय को एसआइटी के पर्यवेक्षण का जिम्मा दिया गया है।

    इधर, शुक्रवार सुबह कोतवाल राजेश साह रोशनाबाद स्थित सीएमओ कार्यालय पहुंचे। उन्होंने यहां से कुछ दस्तावेज और प्रकरण की विस्तृत जानकारी जुटाई। एसएसपी ने बताया कि अब एसआइटी इस पूरे मामले की कार्रवाई करेगी।

    ये है मामला

    स्वास्थ्य विभाग ने मैक्स कारपोरेट सर्विसेज को कुंभ मेले के दौरान 23 निजी कंपनियों को कोरोना जांच का अनुबंध किया था। इनमें मैक्स कारपोरेट सर्विसेज भी शामिल है। कंपनी ने नलवा लैबोरेटरी और डा.लाल चंदानी लैब के माध्यम से जांच कराने की बात कही थी। आरोप है कि तीनों ने मिलकर कोरोना टेस्ट की फर्जी इंट्री की। इनके स्तर से की गई तकरीबन एक लाख जांच फर्जी होने की आशंका जताई जा रही है।

    एसआइटी को सौंपी जा सकती हैं सभी जांच

    फिलहाल मामले की तीन स्तरों पर जांच हो रही है। फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद शासन के निर्देश पर डीएम ने तीन सदस्यीय कमेटी गठित की थी, जो जांच शुरू कर चुकी है। मेला स्वास्थ्य अधिकारी के स्तर पर भी इसके लिए अलग से जांच कमेटी बनाई गई है। एक रोज पहले सीएमओ ने इस मामले में मुकदमा दर्ज कराया था, इसकी जांच कोतवाल कर रहे हैं। चूंकि शुक्रवार को एसआइटी गठित हो चुकी है। आने वाले दिनों में यह पूरी जांच एसआइटी के सिपुर्द की जा सकती है।

    यह भी पढ़ें- हरिद्वार में निगेटिव रिपोर्ट पर खेला गया फर्जीवाड़े का पूरा खेल, जानिए क्‍या है पूरा मामला

    Uttarakhand Flood Disaster: चमोली हादसे से संबंधित सभी सामग्री पढ़ने के लिए क्लिक करें