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तब्लीगी से लौटे आठ लोगों सहित 12 की ह़ुई जांच Haridwar News

तब्लीगी जमात से लौटे आठ लोगों सहित 12 लोगों को मंगलौर पुलिस सिविल अस्पताल लेकर पहुंची। अस्पताल में चिकित्सकों ने इन सभी की स्वास्थ्य की जांच की।

By Sunil NegiEdited By: Published: Wed, 01 Apr 2020 10:49 AM (IST)Updated: Wed, 01 Apr 2020 10:49 AM (IST)
तब्लीगी से लौटे आठ लोगों सहित 12 की ह़ुई जांच Haridwar News

रुड़की, जेएनएन। लखनऊ के सुल्तानपुर से तब्लीगी जमात से लौटे आठ लोगों सहित 12 लोगों को मंगलौर पुलिस सिविल अस्पताल लेकर पहुंची। अस्पताल में चिकित्सकों ने इन सभी की थर्मल स्क्रीनिंग के साथ ही इनके स्वास्थ्य की जांच की। जांच में यह लोग स्वस्थ मिले हैं। किसी को भी खांसी, बुखार व जुकाम आदि की शिकायत नहीं मिली है। इन सभी को होम क्वारंटाइन के लिए कहा गया है। पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की टीम ने इन सभी की पूरी ट्रैवल हिस्ट्री ली है।

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मंगलौर निवासी आठ लोग सोमवार को तब्लीगी जमात से वापस आए। पुलिस प्रशासन को जब इस बात की जानकारी मिली तो पुलिस ने इन सभी आठ लोगों को पकड़ लिया और जांच के लिए सिविल अस्पताल रुड़की लाई। इनके साथ चार अन्य लोग भी थे। सिविल अस्पताल रुड़की में इन सभी 12 लोगों के स्वास्थ्य की जांच की गई। थर्मल स्क्रीनिंग की गई। ट्रैवल हिस्ट्री ली। इन लोगों ने बताया कि वह 17 फरवरी को तब्लीगी जमात के लिए निकले थे। यहां से पहले दिल्ली निजामुद्दीन पहुंचे। इसके बाद लखनऊ के सुल्तानपुर गए। वहां कई स्थानों और मस्जिदों में गए। सुल्तानपुर से प्रशासन उन्हें एक एंबुलेंस से बालावली लक्सर छोड़ा गया। इसके बाद यह खंड़जा में किसी के यहां रुके। बाद में एक मिनी ट्रक से वह मंगलौर पहुंचे। उन्होंने बताया कि वह दिल्ली निजामुद्दीन मरकज में नहीं रुके। 

सीएमएस डॉ. संजय कंसल ने बताया कि आठ लोग जमात पर गए थे। इसके अलावा दो लोग इनको खंड़जा गांव से लाएं हैं व एक व्यक्ति ने इनकी लिखा-पढ़ी की है। सभी 12 लोगों का चेकअप कर लिया गया है। फिलहाल इनमें कोई ऐसा लक्षण नहीं मिला है, इसलिए इन्हें अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में रखे जाने की आवश्यकता नहीं है। इन सभी को होम क्वारंटाइन किया गया है। उनके घर स्टीकर भी लगा दिए गए हैं।

बाहर से आई जमातों को किया गया क्वारंटाइन

निजामुद्दीन मरकज की खबर आने के बाद से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। जिले में इस समय सात जमात आई हैं। प्रशासन ने सभी के स्वास्थ्य की जांच करते हुए उनको क्वारंटाइन कर दिया है।

दिल्ली निजामुद्दीन के मकरज में तबलीगी जमात में शामिल लोगों में से कईयों को कोरोना पॉजीटिव पाए जाने के बाद से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। शासन स्तर से जानकारी मांगे जाने के बाद से महकमे में हड़कंप मच गया। फरवरी से रुड़की क्षेत्र में सात जमात आई हुई हैं।

इसमें से उप्र के बागपत जिले से एक, मेरठ से दो, दिल्ली से दो, असम से एक और एक जमात केरल से आई है। इसके बाद से जमात की तलाश शुरू हो गई। भगवानपुर के सिरचंदी गांव में 26 फरवरी से 14 दिल्ली के निजामुद्दीन से जमात में आए हुए हैं। वहीं मक्खनपुर में 10 मार्च से 17 लोग जमात में आए हुए हैं। इन सभी मेडिकल टीम ने स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए सभी को क्वारंटाइन किया गया है। इसके अलावा जमात के सात लोगों को नारसन और चार को झबरेड़ा में क्वारंटाइन किया गया है। यह सभी लोग जमात में शामिल थे और देवबंद व सहारनपुर आदि जगहों पर गए थे।

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चार तब्लीगी जमातें दूसरे राज्यों में फंसी

देश भर में लॉकडाउन के चलते हरिद्वार जिले की चार जमातें दूसरे राज्यों में फंसी हुई हैं। जबकि दूसरे राज्यों की कुल 14 जमातें इस समय हरिद्वार जिले में ठहरी हैं। निजामुद्दीन मरकज मामला सामने आने के बाद पुलिस व खुफिया विभाग अलर्ट हो गया है।हरिद्वार जिले में तब्लीगी जमात के ज्वालापुर और रुड़की में दो मरकज हैं। दोनों ही मरकज दिल्ली हैडक्वार्टर से जुड़े हैं। हरिद्वार जिले से 40 दिन या चार महीने की दूसरे देश या प्रदेश के लिए रवाना होनी वाली हर जमात को ज्वालापुर या रुड़की मरकज में एंट्री करानी होती है। यहां से स्लिप मिलने पर ही दिल्ली हैडक्वार्टर से उन्हें दूसरे देश या प्रदेश में रवाना किया जाता है।

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