Haridwar: नाबालिग बेटी के यौन शोषण में मां और प्रेमी पुलिस रिमांड पर, मथुरा-आगरा के होटलों में होगी पड़ताल
हरिद्वार में नाबालिग बेटी के यौन शोषण के आरोप में मां और उसके प्रेमी को पुलिस ने रिमांड पर लिया है। पीड़िता ने मथुरा और आगरा के होटलों में यौन उत्पीड़न की बात कही है जिसके चलते पुलिस वहां सबूत जुटाने जा रही है। अदालत ने पुलिस को तीन दिन की रिमांड दी है जिसके दौरान आरोपियों से पूछताछ की जाएगी और साक्ष्य एकत्र किए जाएंगे।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार। नाबालिग बेटी का यौन शोषण करने के मामले में तीन दिन की कस्टडी रिमांड पर जेल से बाहर लाई गई आरोपित महिला और उसके प्रेमी को पुलिस आगरा लेकर रवाना हो गई है।
पीड़िता ने अपने बयान में मथुरा और आगरा के अलग-अलग होटल में रुकने के दौरान यौन उत्पीड़न की जानकारी दी थी। पुलिस आरोपितों को लेकर इन होटलों में जाएगी और सीसीटीवी फुटेज से लेकर रजिस्टर आदि दस्तावेज साक्ष्य के तौर पर कब्जे में लेगी।
इससे पहले नाबालिग बेटी का यौन शोषण कराने की आरोपित पूर्व भाजपा महिला नेता व उसके प्रेमी को कोर्ट की अनुमति से पुलिस मंगलवार सुबह जेल से बाहर लेकर आई। दरअसल, कोर्ट ने दोनों का तीन पुलिस कस्टडी रिमांड मंजूर किया है। पहले दिन पुलिस ने दोनों से कई सवाल-जवाब किए। होटल में ठहरने के रेकॉर्ड जुटाने और कर्मचारियों के बयान दर्ज करने के लिए पुलिस उन्हें एसआईटी की निगरानी में आगरा और मथुरा लेकर जाएगी।
दो महीने पहले हरिद्वार की पूर्व महिला नेता के खिलाफ उसके पति ने अपनी नाबालिग बेटी का प्रेमी और उसके दोस्त से यौन शोषण करने का आरोप लगाते हुए रानीपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था। पुलिस ने आरोपित महिला और उसके प्रेमी सुमित पटवाल को उसी दिन गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जबकि सुमित के दोस्त शुभम को तीन दिन बाद मेरठ से गिरफ्तार किया गया था।
इस मामले में पीड़िता ने अपने बयान में पुलिस को बताया था कि उसकी मां अपने प्रेमी और उसके दोस्त के साथ मथुरा-आगरा समेत जगह पर घूमने के बहाने ले गई थी। जहां उसका यौन शोषण किया गया। डीजीपी दीपम सेठ के निर्देश पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए एसपी सिटी पंकज गैरोला की अगुवाई में एसआईटी गठित की हुई है।
चार्जशीट से पहले और सुबूत जुटाने के लिए आगरा और मथुरा में होटल में ठहरने के रिकॉर्ड, सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन डेटा व अन्य दस्तावेजी साक्ष्य जुटाने के लिए पुलिस ने कोर्ट में रिमांड की अर्जी दाखिल की थी। न्यायालय ने तीन दिन के लिए दोनों का रिमांड मंजूर कर लिया है। मंगलवार की सुबह रानीपुर कोतवाली प्रभारी कमल मोहन भंडारी के नेतृत्व में एक पुलिस टीम आरोपित मां और उसके प्रेमी सुमित पटवाल को जेल से बाहर लाकर पूछताछ की।
आरोपित हरिद्वार के अलावा नाबालिग को कहां-कहां लेकर गए, साथ में कौन-कौन था, कहां रुके, कब वापस आए, ऐसे कई सवालों का जवाब दोनों से पूछताछ में लिया गया। एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया कि न्यायालय की अनुमति मिलने पर पुलिस कस्टडी रिमांड पर दोनों आरोपितों को बाहर लाया गया है। विवेचना में जो भी प्रक्रिया जरूरी है, उसे पूरा किया जाएगा।
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