उत्तराखंड में तीसरी संतान होने पर छिन गई एक जनप्रतिनिधि की कुर्सी, जानिए पूरा मामला
जनसंख्या नियंत्रण कानून पर चर्चा के बीच हरिद्वार जिले के लक्सर में तीसरी संतान पैदा होने पर निर्वाचित जनप्रतिनिधि की सदस्यता समाप्त हो गई। शहरी विकास विभाग ने लक्सर नगर पालिका से वार्ड नंबर चार की सभासद नीता पांचाल को इसी आधार पर हटा दिया है।
संवाद सूत्र, हरिद्वार। निर्वाचित होने के बाद तीसरी संतान को जन्म देने पर लक्सर नगर पालिका के वार्ड चार की महिला सभासद की सदस्यता समाप्त कर दी गई है। मामला हाईकोर्ट तक पहुंचने के बाद प्रशासन और शासन स्तर से कार्रवाई की गई। जिसके बाद शहरी विकास विभाग के सचिव की ओर से सभासद की सदस्यता समाप्त करने के आदेश जारी किए गए।
नगर के शिवपुरी निवासी पंकज बंसल की ओर से वर्ष 2020 में नैनीताल हाईकोर्ट में याचिका दायर की गई। जिसमें बताया गया था कि नगर के वार्ड संख्या चार में नीता पांचाल वर्ष 2018 में दूसरी बार सभासद निर्वाचित हुई थी। दूसरी बार निर्वाचित होने के बाद उन्होंने तीसरी संतान को जन्म दिया। नियमानुसार वह अब पद पर नहीं रह सकती हैं। हाईकोर्ट ने मामले की जांच के आदेश जिलाधिकारी हरिद्वार को दिए थे। जिलाधिकारी ने एसडीएम और नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी (ईओ) से जांच रिपोर्ट मांगी थी।
जांच रिपोर्ट में तथ्यों की पुष्टि होने के बाद जिलाधिकारी ने शासन को कार्रवाई की संस्तुति कर दी थी, लेकिन बीते कई माह से मामला शासन में लंबित था। अब मामले में शहरी विकास विभाग के सचिव शैलेष बगोली ने सभासद नीता पांचाल की सदस्यता समाप्त करने के आदेश जारी कर दिए हैं। जिसके बाद वार्ड संख्या चार की सभासद की सदस्यता शासन से समाप्त हो गई है। लक्सर नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी गोहर हयात ने इसकी पुष्टि की है। बताया कि संबंधित को पालिका प्रशासन ने शासन के निर्णय और सभासद की सदस्यता समाप्त होने की अधिकृत जानकारी दे दी गयी है।
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