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    Haridwar News: ओम बिरला ने कहा- विज्ञान और आध्यात्मिकता के सम्मिश्रण से भारत करेगा दुनिया का नेतृत्व

    By Manish kumarEdited By: Sunil Negi
    Updated: Tue, 01 Nov 2022 08:10 PM (IST)

    Haridwar News आज मंगलवार को देव संस्कृति विश्वविद्यालय में आज छठा दीक्षांत समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि विज्ञान और आध्यात्मिकता के सम्मिश्रण से भारत दुनिया का नेतृत्व करेगा।

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    लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा क‍ि विज्ञान और आध्यात्मिकता के सम्मिश्रण से भारत दुनिया का नेतृत्व करेगा।

    जागरण संवाददाता, हरिद्वार: Haridwar News: लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) ने कहा कि दुनिया में जो कुछ भी परिवर्तन हो रहा है, उसे देखते हुए भारत ने दुनिया को नई दिशा दी है। निकट भविष्य में भारत विज्ञान व आध्यात्मिकता के सम्मिश्रण से दुनिया का नेतृत्व करेगा।

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    देव संस्कृति विश्वविद्यालय का दीक्षा समारोह

    लोकसभा अध्यक्ष ने देव संस्कृति विश्वविद्यालय के छठे दीक्षा समारोह को संबोधित करते हुए समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि संस्कृति विश्वविद्यालय में आध्यात्मिकता व आधुनिक शिक्षा ही नहीं, बल्कि जीवन प्रबंधन भी सिखाया जाता है। लोकसभा अध्यक्ष ने दीक्षा समारोह में 2017 से 2022 तक के 2661 छात्र-छात्राओं को उपाधि दी।

    देव संस्कृति विवि में शिक्षा के साथ संस्कार भी

    देवसंस्कृति विश्वविद्यालय के मृत्युंजय सभागार में आयोजित समारोह में मुख्य अतिथि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि देव संस्कृति विवि में शिक्षा के साथ संस्कार भी दिया जाता है। यह एक ऐसा विवि है जहां छात्र-छात्राओं को मनुष्य जीवन का सही लक्ष्य बताया जाता है।

    भारत के पास समृद्ध विरासत

    उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है, जिसके पास एक समृद्ध आध्यात्मिक और सांस्कृतिक विरासत है। हमारी योग पद्धति, प्राकृतिक चिकित्सा, आयुर्वेद, ध्यान, प्राणायाम, अध्यात्म, परंपरा, ज्ञान, दर्शन और धर्म संस्कृति वेदांत अतुलनीय है।

    डेमोक्रेसी और डेमोग्राफी भारत की शक्ति

    राष्ट्र निर्माण में युवाओं की भूमिका पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि डेमोक्रेसी और डेमोग्राफी भारत की सबसे बड़ी शक्ति है। भारत के पास एक जीवंत और सशक्त लोकतंत्र है और दुनिया में सबसे अधिक कार्यशील जनसंख्या है।

    हम अपनी युवा शक्ति का सही उपयोग करें

    एक राष्ट्र के तौर पर हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौती है कि हम अपनी युवा शक्ति का सही उपयोग करें। देवसंस्कृति विवि से निकलने वाले युवा भारत को सांस्कृतिक रूप से उन्नत बनाएंगे। विवि से शिक्षित होकर देश विदेश में जाने वाले युवक भारतीय संस्कृति के अग्रदूत होंगे। युग परिवर्तन में अहम भूमिका निभाएंगे।

    हम शीघ्र ही विवि का विस्तार करेंगे : पंड्या

    विवि के कुलाधिपति डा. प्रणव पंड्या ने कहा कि विवि की जो परिकल्पना युगऋषि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने की थी, उसका साकार रूप में देवसंस्कृति विवि को देखा जा सकता है। हम शीघ्र ही विवि का विस्तार करेंगे। कुलपति शरद पारधी ने विवि की प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।

    दीक्षा समारोह का दीप जलाकर किया शुभारंभ

    प्रतिकुलपति डा. चिन्मय पंड्या ने दीक्षा समारोह की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डाला। इससे पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, कुलाधिपति डा. प्रणव पंड्या, कुलपति शरद पारधी ने दीप जलाकर दीक्षा समारोह का शुभारंभ किया।

    यह भी पढ़ें:- Dev Sanskriti Vishwavidyalaya का छठा दीक्षांत समारोह, 2017 से 2022 तक के छात्र -छात्राओं को मिलेगी डिग्री

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