Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    एक क्लिक पर मिलेगी रक्त उपलब्धता की जानकारी

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Sat, 11 Mar 2017 05:05 AM (IST)

    भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की के छात्र सोमेश महापात्रा ने एक ऐसा एप तैयार किया है, जिसे रक्त उपलब्धता की जानकारी एक क्लिक पर मिलेगी।

    एक क्लिक पर मिलेगी रक्त उपलब्धता की जानकारी

    रुड़की, [रीना डंडरियाल]: आपके आसपास के ब्लड बैंक में ब्लड है या नहीं, डोनर का प्रोफाइल क्या है जैसी जानकारियां अब एक क्लिक पर उपलब्ध होंगी और ऐसा संभव हो पाएगा ट्रांस ब्लड ऐप की मदद से। इस ऐप को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) रुड़की के छात्र सोमेश महापात्रा ने तैयार किया है। इसके माध्यम से पेशेंट और डोनर के बीच की दूरी को भी कम किया जा सकेगा।
    अक्सर देखने में आता है कि सड़क दुर्घटना या अन्य बीमारियों की स्थिति में ब्लड नहीं मिलने के कारण कई बार मरीज अपनी जान को गंवा बैठते हैं। कारण, मरीजों के तीमारदारों को मालूम ही नहीं होता कि आसपास मौजूद ब्लड बैंक में ब्लड उपलब्ध है या नहीं, उन्हें जरूरत के हिसाब से ब्लड मिलेगा या नहीं, यदि वे डोनर को साथ ले जाएं तो वह ब्लड दे भी पाएगा या नहीं। 
    ऐसी मुश्किल घड़ी में तीमारदारों की मदद के लिए आइआइटी रुड़की के धातुकर्म एवं पदार्थ अभियांत्रिकी विभाग के तृतीय वर्ष के छात्र सोमेश महापात्रा ने एक ऐप बनाया है, जिसके जरिए वे ब्लड बैंक, ब्लड और डोनर से संबंधित जानकारियां एक क्लिक पर हासिल कर सकेंगे।
    संस्थान में राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े सोमेश ने बताया कि इस ऐप को प्ले स्टोर में जाकर कोई भी डाउनलोड कर सकता है। इसके जरिए 50 किमी के दायरे में ब्लड बैंक, ब्लड ग्रुप, ब्लड की उपलब्धता, डोनर का प्रोफाइल जैसी जानकारियां उपलब्ध हो जाएंगी। साथ ही डोनर को डिजिटल डोनर कार्ड भी दिया जाएगा, जिसे जरूरत पड़ने पर वह उपयोग में ला सकेगा। सोमेश के अनुसार ऐप की सफलता के लिए संस्थान के 500 छात्रों में इसे टेस्ट किया जा चुका है, जबकि 800 से अधिक छात्रों ने इसे रजिस्टर्ड कर लिया है। अब शहर के स्कूल-कॉलेज, ब्लड बैंक, नर्सिंग होम, अस्पताल आदि को भी इससे जोड़ने की योजना है। ताकि अधिक से अधिक जरूरतमंद इसका लाभ ले सकें।
    संस्थान की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई की कार्यक्रम समन्वयक डॉ. स्मिता झा के अनुसार सोमेश के बनाए इस ऐप को संस्थान के निदेशक प्रो. एके चतुर्वेदी ने भी काफी सराहा है। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को इस ऐप से जोड़ने के लिए प्रेरित किया है। साथ ही हर संभव सहायता करने का भी आश्वासन दिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें