ड्रग्स कंट्रोल विभाग की टीम ने मारे छापे, पांच दवा के सैंपल लिए; पांच मेडिकल स्टोर के लाइसेंस निलंबित करने की संस्तुति
रुड़की में ड्रग विभाग ने नकली दवा और गलत तरीके से दवा उत्पादन के खिलाफ अभियान चलाया। दो दर्जन से अधिक मेडिकल स्टोर पर छापे मारे गए जिसमें पांच जीवन रक्षक दवाओं के नमूने लिए गए। फार्मासिस्टों की अनुपस्थिति और अनियमितताओं के कारण पांच मेडिकल स्टोर के लाइसेंस निलंबन की सिफारिश की गई। एक दवा निर्माण कंपनी को जीएमपी मानकों का पालन करने की चेतावनी दी गई।

जागरण संवाददाता, रुड़की। नकली दवा एवं गलत तरीके से दवा के उत्पाद को लेकर पूरे प्रदेश में ड्रग्स विभाग की ओर से चलाए जा रहे अभियान के तहत रुड़की में दो दर्जन से अधिक मेडिकल स्टोर, थोक विक्रेताओं एवं निर्माण इकाईयों पर छापामार कार्रवाई की गई। इस दौरान पांच जीवन रक्षक दवा के सैंपल लिए गए है। पांच मेडिकल स्टोर के लाइसेंस निलंबित करने की संस्तुति की गई है।
मंगलवार को ड्रग्स कंट्रोल विभाग की टीम ने डीडीसी हेमंत सिंह नेगी के नेतृत्व में रामपुर चुंगी, रूड़की क्षेत्र में स्थित मेडिकल स्टोर्स, थोक विक्रेताओं एवं दवा निर्माण कंपनियों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान टीम ने रामपुर चुंगी क्षेत्र के आसपास स्थित दर्जनभर मेडिकल पर छापा मार कार्रवाई करते हुए पांच जीवन रक्षक दवाओं के नमूने लिए गए। मेडिकल स्टोर पर फार्मासिस्ट नहीं होने एवं गलत तरीके से दवा को रखने एवं अन्य गंभीर अनियमितताएं पाए जाने के कारण पांच मेडिकल स्टोर के लाइसेंस निलंबित किए जाने की संस्तुति दी गई।
टीम द्वारा निरीक्षण के दौरान एक दवा निर्माण कंपनी का भी औचक निरीक्षण किया गया, जो बीटा एवं नान-बीटा श्रेणी की दवाओं का निर्माण करती है। निरीक्षण में कई कमियां पाई गईं, जिन्हें तुरंत सुधारने के निर्देश दिए गए। यह भी स्पष्ट किया गया कि यदि भविष्य में निर्माण कार्य जीएमपी मानकों के अनुरूप नहीं पाया गया, तो कंपनी का लाइसेंस निलंबित किया जाएगा। सभी थोक एवं फुटकर विक्रेताओं को निर्देशित किया गया कि क्रय एवं विक्रय से संबंधित सभी रिकार्ड सही रूप से रखेंगे। साथ ही, नारकोटिक दवाओं का वितरण केवल चिकित्सक के वैध नुस्खे पर एवं फार्मासिस्ट की उपस्थिति में किया जाए। प्रत्येक दवा की बिक्री पर पक्का बिल देंगे।
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