Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Haridwar News: ‘स्वच्छ-सुंदर शहर’ की चमकदार शुरुआत में धरातल धुंधला

    Updated: Mon, 08 Dec 2025 12:07 AM (IST)

    हरिद्वार में प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे 'स्वच्छ-सुंदर शहर अभियान' की शुरुआत तो अच्छी है, लेकिन यह अभी तक ज़मीन पर पूरी तरह से नहीं उतर पाया है। शहर की ...और पढ़ें

    Hero Image

    हरिद्वार में स्वच्छता अभियान: शुरुआत अच्छी, पर ज़मीनी हकीकत कुछ और।

    शैलेंद्र गोदियाल, जागरण हरिद्वार : धर्मनगरी में 18 दिनों से प्रशासन ‘स्वच्छ-सुंदर शहर अभियान’ का बिगुल बजा रहा है। अभियान का कलेवर सही है और शुरुआत भी। परंतु जिस ईमानदारी के साथ धरातल पर इस अभियान को उतरना चाहिए था, अभी तक उतर नहीं पाया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इसकी धरातलीय तस्वीर पर नजर डाले तो, यह मुहिम अभी भी उन चुनिंदा हाथों की सीमित कोशिशों तक सिमटा है, जिन्होंने इसकी शुरुआत की। शहर की तंग गलियों और गंगा तटों पर अभी स्वच्छता अभियान नहीं पहुंचा है।

    Haridwar News (2)

    हरिद्वार के सबसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण क्षेत्र हरकी पैड़ी के आसपास का हाल भी सिस्टम के ‘अधूरे सच’ को बयां करता है। कांगड़ा घाट, नाई घाट, मलवीय द्वीप से जोड़ने वाले लकड़ी के पुल के दोनों ओर कूड़े और गंदगी के ढेर बदस्तूर कायम हैं।

    कांगड़ा घाट के अपर ब्रिज की एप्रोच दीवार पर देशी शराब के खाली पैकेटों का ढेर बताता है कि निगरानी और नियमों का पालन कराने में भारी ढील बरती गई है। जबकि हरकी पैड़ी का यह इलाका ड्राई क्षेत्र में आता है।

    Haridwar Report

    चंद कदमों की दूरी पर पुलिस चौकी भी है। परंतु लापरवाही ही यहीं तक सीमित नहीं है, हरकी पैड़ी के समीप जल पुलिस के वाच टावर में भी गंदगी का अम्बार लगा है।

    क्राउड कंट्रोल रूम (सीसीआर) से महज सौ मीटर की दूरी पर पर्यटन विभाग की दीनदयाल पार्किंग के निकासी मार्ग और आस्था पथ के बीच कूड़े का ढेर है। यहां की तस्वीर बयां करती है कि अभियान की गति मुख्य मार्गों से आगे बढ़ ही नहीं पाई।

    clean Drive

    शहर की भीतरी बस्तियों, संकरी गलियों और बाहरी मोहल्लों में स्वच्छ-सुंदर अभियान का असर अभी नगण्य है। हालांकि जिलाधिकारी मयूर दीक्षित स्थितियों से अनभिज्ञ नहीं हैं।

    Haridwar clean Drive

    दैनिक जागरण से बातचीत करते हुए जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि परिवर्तन लाना 15 दिन या एक माह में लाना संभव नहीं हैं, जिस हाईवे पर उन्होंने एक सप्ताह पहले स्वच्छता अभियान चलाया था, वहां फिर कूड़ा बिखरा मिला है।

    स्वच्छ-सुंदर हरिद्वार बनाने और लोगों के व्यवहार में परिवर्तन लागने में कम से कम तीन माह का समय लगेगा। इस अभियान से निरंतर लोगों को जोड़ा जाएगा।

    यह भी पढ़ें- Haridwar: लापरवाही की इंतहा से हरिद्वार में फिर यक्ष प्रश्न, लाश सड़ रही या व्यवस्था