सुलझी हरिद्वार के Blind Murder Case की गुत्थी, 5 हजार रुपये का उधार न चुकाने पर दोस्त ने उतारा मौत के घाट
Haridwar Blind Murder Case बीते 13 जून की रात लेबर चौक सिडकुल में पर अंकित की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। सीओ सदर बहादुर सिंह चौहान ने सिडकुल था ...और पढ़ें
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: Haridwar Blind Murder Case : सिडकुल क्षेत्र में फैक्ट्री कर्मचारी की हत्या पांच हजार रुपये उधार न चुकाने पर उसके दोस्त ने की थी। पुलिस ने छानबीन के बाद आरोपित को गिरफ्तार कर ब्लाइंड मर्डर केस की गुत्थी सुलझा ली। सीओ सदर बहादुर सिंह चौहान ने सिडकुल थाने में पत्रकारों से बातचीत में हत्या का पर्दाफाश किया।
13 जून की रात चाकू से गोदकर की थी हत्या
सीओ सदर बहादुर सिंह चौहान ने बताया कि नौगांव सादात अमरोहा निवासी अंकित सिडकुल की एक फैक्ट्री में काम करता था। बीते 13 जून की रात लेबर चौक सिडकुल में पर अंकित की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। अंकित की परिवार की ओर से अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था।
इंस्पेक्टर सिडकुल प्रमोद उनियाल के नेतृत्व में एसएसआइ शहजाद अली सहित एक पुलिस टीम ने हर एंगल से छानबीन की। कई संदिग्धों से भी पूछताछ की, पर कोई सफलता नहीं मिली। इस बीच सीसीटीवी फुटेज से सफेद रंग की टीशर्ट पहने एक संदिग्ध युवक नजर आया।
पहले भी पूछताछ से गुजर चुके अंकित के एक दोस्त सुनील मिश्रा निवासी गोला गोकर्णनाथ लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश को पुलिस ने संदेह के आधार पर हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले तो उसने गुमराह करने का प्रयास किया, सख्ती से पूछताछ करने और फुटेज दिखाने पर उसने आरोपित ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया।
आरोपित की टी-शर्ट भी बरामद कर ली
पुलिस ने उसकी निशानदेही पर चाकू के अलावा घटना वाले दिन पहनी गई आरोपित की टी-शर्ट भी बरामद कर ली। सीओ सदर बहादुर सिंह चौहान ने बताया कि अंकित ने कुछ महीने पहले सुनील से पांच हजार रुपये उधार लिए थे। सुनील ने कई बार अंकित से रुपये वापस मांगे, लेकिन वह वह टाल-मटोल करता था।
गुस्से में आकर उसने अंकित की हत्या कर दी। पुलिस टीम में इंस्पेक्टर प्रमोद उनियाल, एसएसआइ शहजाद अली, उपनिरीक्षक देवेंद्र चौहान, कांस्टेबल सुनील तोमर, करम सिंह, अरविंद कुमार, एसओजी हरिद्वार से हेड कांस्टेबल सुंदर लाल और कांस्टेबल वसीम शामिल रहे।

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