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हरिद्वार: रायपुर औद्योगिक क्षेत्र में फैक्ट्री में लगी भीषण आग, फायर सिस्ट के दस्तावेज भी नहीं दिखा पाया प्रबंधन

हरिद्वार जिले के भगवानपुर में रायपुर औद्योगिक क्षेत्र में वीके कैन वर्क फैक्ट्री में रविवार रात भीषण आग लग गई। करीब तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। बताया जा रहा है कि आग शॉर्ट सर्किट की वजह से लगी है।

By Raksha PanthariEdited By: Published: Mon, 04 Jan 2021 10:28 AM (IST)Updated: Mon, 04 Jan 2021 10:28 AM (IST)
रायपुर औद्योगिक क्षेत्र में फैक्ट्री में लगी भीषण आग, फायर सिस्ट के दस्तावेज भी नहीं दिखा पाया प्रबंधन।

संवाद सूत्र, भगवानपुर। फर्नीचर बनाने वाली फैक्ट्री में भीषण आग लग गई। दमकल टीम ने मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। शॉट सर्किट को आग लगने की वजह बताया जा रहा है। भगवानपुर के रायपुर औद्योगिक क्षेत्र में फर्नीचर बनाने वाली वीके कैन वर्क के नाम से फैक्ट्री है। रविवार की रात करीब डेढ़ बजे अचानक ही फैक्ट्री के पिछले हिस्से में आग लग गई। फैक्ट्री में तैनात सुरक्षाकर्मी मनोज कुमार ने आग की लपेट और धुआ उठाता देख इसकी सूचना फैक्ट्री प्रबंधन के अधिकारियों को दी। सूचना मिलने पर दमकल की टीम मौके पर पहुंची और आग बुझाने का प्रयास किया।

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आग इतनी भीषण थी कि देखते ही देखते पूरी फैक्ट्री में फैल गई। आग का विकराल रूप देख दमकल की दो गाड़ि‍यां मौके पर बुलाई गई। सूचना मिलने पर मुख्य अग्निशमन अधिकारी नरेंद्र सिंह कुंवर फायर स्टेशन अधिकारी रुड़की बीएस नेगी भी मौके पर पहुंचे। करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। बताया गया गया है कि आग से अधिकांश फैक्ट्री जल गई। आग से लाखों का नुकसान होने का अनुमान है। हालांकि अभी तक आग से हुए नुकसान का आकंलन नहीं हो सका है। फायर स्टेशन अधिकारी बीएस नेगी ने बताया कि फैक्ट्री के मालिक मुम्बई में रहते है। आग से हुए नुकसान के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।

एक साल पहले समाप्त हो गई थी एनओसी

आग लगने के बाद फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों की अनदेखी मिली। फैक्ट्री में विकराल रूप से आग की सूचना मिलने पर मुख्य अग्निशमन अधिकारी पहुंचे थे। उन्होंने मौके पर मौजूद फैक्ट्री के अधिकारियों और कर्मचारियों से मानकों की जानकारी ली। जिसके बाद पता चला कि फैक्ट्री में मानकों की पूरी तरह से अनदेखी की गई है। 12 दिसंबर 2019 को फायर विभाग से ली गई एनओसी समाप्त हो गई थी। इसे लापरवाही ही कहा जायेगा कि एक साल से बिना एनओसी के फैक्ट्री संचालित हो रही थी।

गेट पर नहीं लगे थे फायर फाइट सिस्टम

फायर स्टेशन अधिकारी रुड़की बीएस नेगी ने बताया कि फैक्ट्री में मानकों की पूरी अनदेखी थी। फैक्ट्री की तरफ से फायर सिस्टम पीछे के हिस्से में लगाए गए थे। फैक्ट्री में आग पीछे के हिस्से से लगी थी। आग हवा के साथ अगले हिस्से तक फैल गई। जिसके चलते फायर सिस्टम का इस्तेमाल नहीं हो सका। जब कि नियमानुसार गेट के पास ही फायर सिस्टम लगे होने चाहिए। इस लापरवाही को लेकर भी नोटिस भेजा जा रहा है। यह भी बात सामने आई है कि सुरक्षाकर्मी नींद में था। जिसके चलते समय रहते दमकल को इसकी सूचना नहीं मिल सकी।

आग लगने पर करे 112 नंबर का इस्तेमाल

फायर स्टेशन अधिकारी बीएस नेगी ने बताया कि कई बार फायर स्टेशन का नंबर 101 मिलने में परेशानी होती है। इसलिए आग लगने पर 112 नंबर का भी इस्तेमाल कर सकते है। 112 नंबर का इस्तेमाल करने पर तुरंत ही दमकल की तरफ से कार्रवाई होती है। उन्होंने बताया कि फायर सिस्टम लगाते समय दमकल कर्मियों के साथ भी समन्वय बनाया जाए। जिससे की फायर सिस्टम को लेकर पूरी जानकारी दी जा सके।

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