Haridwar News: कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में लगाई डुबकी, देखें तस्वीरों में
Haridwar News हरिद्वार में कार्तिक पूर्णिमा स्नान पर लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई। चंद्रग्रहण खत्म होते ही शाम के वक्त गंगा स्नान और मंदिरों में पूजा अर्चना हुई। गंगा आरती को श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।
जागरण संवाददाता, हरिद्वार: वर्ष के आखिरी पर्व स्नान कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा में पावन डुबकी लगाने को श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ रहा। हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड के अलावा मालवीय घाट, सुभाष घाट के अलावा आसपास के गंगा घाटों पर भोर से ही आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
ग्रहण काल खत्म होने के बाद लगाई डुबकी
हालांकि, चंद्रग्रहण का सूतक लगने की वजह से मंदिरों का कपाट बंद होने से स्नान बाद श्रद्धालु मंदिरों में पूजा अर्चना और दर्शन नहीं कर पाए। शाम में ग्रहण काल खत्म होने के बाद बड़ी तादात में श्रद्धालुओं ने गंगा में डुबकी लगायी। मंदिरों में पूजा अर्चना के साथ ही दान पुण्य किया। चहुंओर से हर-हर गंगे जय मां गंगे के जयकारे लगते रहे।
कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान महत्व
कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा स्नान करने का विशेष महत्व है। आधी रात से ही श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला शुरू हो गया था। ब्रह्ममुहूर्त से ही श्रद्धालुओं ने ठंड के बावजूद हरकी पैड़ी और आसपास घाटों पर डुबकी लगानी शुरू कर दी। स्नान का क्रम देर शाम तक जारी रहा।
नौ लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी
चंद्रग्रहण के सूतक काल के बावजूद दोपहर 12 बजे तक नौ लाख से अधिक श्रद्धालु डुबकी लगा चुके थे। मंदिरों के कपाट बंद होने के चलते गंगा स्नान के बाद श्रद्धालु मंदिरों में पूजा अर्चना और दर्शन नहीं कर पाए।
हर-हर गंगे के लगे जयकारे
शाम सवा छह बजे के बाद जैसे ही ग्रहण काल खत्म हुआ गंगा में डुबकी लगाने श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। हर-हर गंगे के जयकारे लगते रहे। श्रद्धालुओं ने मंदिरों में पूजा अर्चना और दान पुण्य भी किया। श्रद्धालुओं का मानना है कि आज के दिन गंगा में स्नान करने से पुण्य और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
डीएम और एसपीपी ने लिया जायजा
जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने हरकी पैड़ी समेत मेला क्षेत्र का भ्रमण कर सुरक्षा, साफ -सफाई आदि व्यवस्थाओं का जायजा लिया। अधीनस्थों को जरूरी दिशा निर्देश दिए।
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ज्ञान गोदड़ी प्रकरण को लेकर पुलिस रही सतर्क
पर्व स्नान सकुशल संपन्न कराने को पुलिस प्रशासन की ओर से मेला क्षेत्र को नौ जोन और 33 सेक्टरों में बांटा गया था। ज्ञान गोदड़ी प्रकरण को लेकर भी पुलिस सतर्क दिखी। धरातल पर व्यवस्थाओं को परखने के लिए एसएसपी अजय सिंह ने अधीनस्थों के साथ हरकी पैड़ी से लेकर शहर कोतवाली तक पैदल मार्च किया। अपर रोड पर भीड़ नियंत्रण के निर्देश दिए।
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