Haridwar News: देव दीपावली पर हरकी पैड़ी पर जलाए गए 11 हजार दीये, दिखी अद्भुत छटा; देखें तस्वीरों में
Haridwar News देव दीपावली पर हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड और आसपास के गंगा घाटों पर 11 हजार दीये जलाए गए। दीयों से जगमग घाटों को देखकर श्रद्धालु काफी उत्साहित नजर आए। देव दीपावली दिव्यता और भव्यता के साथ मनायी गयी।

जागरण संवाददाता, हरिद्वार: Dev Deepawali 2022 देव दीपावली पर हरकी पैड़ी ब्रह्मकुंड और आसपास के गंगा घाटों को दीयों से सजाया गया। शाम को गंगा आरती पर श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी। दीयों से जगमग घाटों को देखकर श्रद्धालु काफी उत्साहित नजर आए। देर रात तक घाटों पर चहल पहल रही। घाटों पर आतिशबाजी का नजारा भी देखने को मिला।
कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव मनाते है दिवाली
हरकी पैड़ी की प्रबंधकारिणी संस्था श्री गंगा सभा के अध्यक्ष प्रदीप झा, महामंत्री तन्यम वशिष्ठ आदि ने बताया कि कार्तिक महीने की पूर्णिमा के दिन पूर्वजों के लिए भी दीप जलाए जाते हैं। कहा कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन देव दिवाली मनाई जाती है।
देवतागण दिवाली मनाने आते हैं पृथ्वी पर
मान्यता है कि इस दिन देवतागण दिवाली मनाने पृथ्वी पर आते हैं। सप्तऋषि घाट पर दो हजार दीये संतों ने जलाए। बाबा हरिहर धाम भागीरथी नगर की ओर से दीपदान किया गया। इस दौरान महंत संयोग मुनि, महामंडलेश्वर जगदीश दास, महामंडलेश्वर हरी चेतना नंद, महंत कमल दास और महंत राम नवमी दास समेत कई संत मौजूद रहे।
हरकी पैड़ी पर दीपोत्सव में अखाड़ा परिषद और मां मनसा देवी मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी, एसएमजेएन कालेज के प्राचार्य डा सुनील बत्रा, गंगा सभा के कोषाध्यक्ष यतींद्र सिखौला, स्वागत मंत्री डा सिद्धार्थ चक्रपाणि, नितिन गौतम, वीरेंद्र कौशिक, उज्ज्वल पंडित, वैभव विद्याकुल, आशीष मारवाड़ी आदि मौजूद रहे।
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देहरादून : 5100 घी के दीये जलाकर मनाई देव दीपावली
राजपुर के तुलतुलिया स्थित महादेव महाकालेश्वर मंदिर में भक्तिमय व उल्लास के साथ देव दीपावली पर्व मनाया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं ने मंदिर परिसर को 5100 घी के दीये जलाकर खुशी मनाई व राज्य की सुख शांति की कामना की। श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया।
सोमवार सुबह मंदिर के पंडित अशोक कृष्णा शास्त्री के सानिध्य में पूजा अर्चना की गई। इसके बाद महादेव का विशेष शृंगार किया गया। जिसमें काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए और शिव की आराधना की। इस दौरान स्कूली छात्र-छात्राओं की ओर से रंगोली व पेंटिंग भी बनाई गई।
इसके अलावा मंदिर के पास ऋषिपर्णा के उद्गम स्थल तट पर पूजा हुई। वहीं शाम को मंदिर में भजन गायन किया गया। मंदिर के व्यवस्थापक अजय गोयल ने बताया कि दीपावली के दिन भगवान विष्णु शयन अवस्था में होते हैं। देवोत्थान एकादशी से देवता जागते हैं। इसलिए इस दौरान की गई पूजा, भजन कीर्तन का महत्व बढ़ जाता है। उन्होंने बताया कि लंबे समय से यह आयोजन किया जा रहा है। जिसमें भक्तिभाव से श्रद्धालु मन्नत मांगते हैं। इस मौके पर पार्षद उर्मिला थापा, शक्ति सागर कौशिक, ताराचंद, अशोक, लोके अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
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