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    सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर 12 लाख की ठगी

    By Sunil NegiEdited By:
    Updated: Fri, 16 Mar 2018 10:49 AM (IST)

    सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर 12 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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    सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर 12 लाख की ठगी

    हरिद्वार, [जेएनएन]: सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर 12 लाख रुपये की ठगी का मामला सामने आया है। पीड़ि‍त ने ज्वालापुर कोतवाली में देहरादून की एक महिला और ऋषिकेश निवासी एक व्यक्ति के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। मामला प्रदेश में कांग्रेस सरकार के दौरान का है। पीड़ि‍त का आरोप है कि सरकार बदलने के बाद भी आरोपित उसे नौकरी लगवाने का झांसा देते रहे। पर न तो नौकरी लगवाई गई और न ही रकम लौटाई गई। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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    पुलिस के मुताबिक, ज्वालापुर ईदगाह रोड निवासी मुनव्वर पुत्र अब्दुल ने ज्वालापुर कोतवाली में तहरीर देकर बताया कि एक परिचित के माध्यम से कुछ साल पहले उसकी मुलाकात बसंत विहार कॉलोनी देहरादून निवासी सुधा पटवाल और ऋषिकेश निवासी राकेश विरमानी से हुई थी।

    प्रदेश में उस समय कांग्रेस की सरकार थी। दोनों ने सरकार और सचिवालय में ऊंची पहुंच का हवाला देते हुए उनके भतीजे की नौकरी लगवाने का झांसा दिया। जिसकी एवज में उन्होंने अलग-अलग किश्तों में कुल 12 लाख रुपये उससे ठगे, लेकिन जब भी वह नौकरी लगवाने का दबाव डालता तो कुछ दिन का समय मांग लेते थे। इसी तरह पिछले साल विधानसभा चुनाव आ गए और प्रदेश में भाजपा की सरकार आ गई।

    तब भी दोनों नौकरी लगवाने का आश्वासन देते रहे। नई सरकार का भी एक साल का कार्यकाल गुजरने के बावजूद नौकरी नहीं लगवाई गई। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। जल्द ही दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

    पीड़ि‍त का कहना है कि आरोपितों ने बोला था कि यदि सचिवालय में नौकरी नहीं लगा पाए तो एम्स में चपरासी या टाइपिस्ट की नौकरी लगा देंगे, जबकि बाद में वे इससे मुकर गए। 

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