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    Year Ender 2024: साल 2024 में उत्‍तराखंड की 10 घटनाएं, जिनसे हिल गया था पूरा देश

    Year Ender 2024 साल 2024 उत्तराखंड के लिए कई दर्दनाक घटनाओं से भरा रहा। देहरादून कार हादसे में छह युवाओं की मौत हल्द्वानी दंगे में 150 से अधिक अधिकारी कर्मचारी व मीडिया कर्मी घायल पांच लोगों की मौत अल्मोड़ा के मरचूला में बस हादसे में 38 लोगों की मौत जैसी घटनाओं ने पूरे देश को झकझोर दिया। आइए जानते हैं ऐसी ही 10 घटनाओं के बारे में।

    By Jagran News Edited By: Nirmala Bohra Updated: Mon, 30 Dec 2024 12:39 PM (IST)
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    Year Ender 2024: उत्‍तराखंड की 10 बड़ी घटना। जागरण फाइल फोटो

    डिजिटल डेस्क, देहरादून। Year Ender 2024: वर्ष 2024 विदा होने में अब कुछ ही घंटे हैं। यह साल उत्‍तराखंड कई परिवारों को ताउम्र न भूल पाने वाला दर्द दे गया है। साल 2024 में देहरादून में हुए कार हादसे, केदारनाथ में बादल फटने की घटना, नर्स हत्‍या और रेप, हल्द्वानी दंगा और अल्‍मोड़ा के मरचूला में हुए बस हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया था।

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    देहरादून कार हादसे में छह युवाओं की जान चली गई। हल्‍द्वानी दंगे में 150 से अधिक अधिकारी, कर्मचारी व मीडिया कर्मी चोटिल हुए। पांच लोगों की मौत हो गई थी। अल्मोड़ा जिले के मरचूला में प्राइवेट बस खाई में गिरने से 38 लोगों की मौत हो गई थी। आइए जानते हैं उत्‍तराखंड की ऐसी ही 10 घटनाओं के बारे में जो चर्चा का विषय बनी रहीं।

    Year Ender 2024: हल्द्वानी दंगे से दहली देवभूमि, मरचूला बस हादसा दे गया जिंदगी भर का गम

    देहरादून कार हादसा, छह युवाओं की गई जान

    11 नवंबर को ओएनजीसी चौक पर हुए भीषण हादसे ने पूरे देश को झकझोर दिया। हादसे में छह युवाओं की मौके पर ही मौत हो गई और एक लड़का गंभीर घायल हो गया। बताया गया कि एक दोस्‍त ने नई इनोवा ली थी जिसकी पार्टी करने के लिए सातों युवा निकले थे। कैंट क्षेत्र में ओएनजीसी चौक के पास देर रात हुआ। इनोवा कार पहले कंटेनर और फिर पेड़ से टकरा गई।

    तेज रफ्तार इनोवा के चौराहे पर कंटेनर में घुसने से जिन छह युवाओं की मौके पर ही मौत हो गई थी, उनमें से दो ने अपने सिर कार के सनरूफ से बाहर निकाले हुए थे। यही वजह रही कि झूमते हुए इन दो युवाओं की गर्दन कंटेनर से कार के टकराते ही धड़ से अलग हो गई।

    मृतकों की पहचान गुनीत उम्र 19 वर्ष निवासी जीएमएस रोड, कुणाल उम्र 23 वर्ष वर्तमान निवासी राजेन्द्र नगर मूल निवासी चंबा हिमाचल प्रदेश, नव्या गोयल उम्र 23 वर्ष निवासी तिलक रोड, अतुल अग्रवाल उम्र 24 वर्ष निवासी कालिदास रोड, कामाक्षा उम्र 20 वर्ष निवासी कांवली रोड और ऋषव जैन निवासी राजपुर रोड के रूप में हुई है। सिधेश अग्रवाल उम्र 25 वर्ष गंभीर रूप से घायल हुआ।

    आइएसबीटी नाबालिग रेप केस

    आइएसबीटी परिसर में उत्तराखंड परिवहन निगम की देहरादून-दिल्ली मार्ग की अनुबंधित सीएनजी बस में मुरादाबाद उत्तर प्रदेश निवासी किशोरी से 12 अगस्त की मध्य रात्रि पांच लोगों ने दुष्कर्म किया था। मामला पुलिस के संज्ञान में 17 अगस्त की रात्रि आया था। उससे पूर्व किशोरी बाल कल्याण समिति के पास थी, जहां उसकी काउंसलिंग की जा रही थी।

    पुलिस ने 18 अगस्त को परिवहन निगम के दो विशेष श्रेणी परिचालक व एक नियमित परिचालक समेत अनुबंधित बसों के दो चालकों को सामूहिक दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार किया था। वहीं, पीड़ित किशोरी घटना के बाद राज्य बालिका निकेतन में रह रही थी। उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे जिला अस्पताल कोरोनेशन में भर्ती कराया गया था। जांच के दौरान पीड़ित किशोरी के गर्भवती होने का पता चिकित्सकों को चला तो उन्होंने तत्काल पुलिस और सीएमओ को सूचना दी।

    दारोगा की बेटी की हत्या

    उत्तराखंड पुलिस में तैनात दारोगा की बेटी की हत्या कर युवक ने चीला नहर में छलांग लगाकर आत्‍महत्‍या कर ली थी। छह मई की सुबह हरिद्वार-देहरादून राजमार्ग पर रायवाला के निकट तीन पुलिया के पास से एक युवती का शव पड़ा हुआ मिला था। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की।

    पाया कि युवती की गला काटकर हत्या की गई थी। मृतक युवती की पहचान 20 बीघा बापू ग्राम ऋषिकेश निवासी आरती उम्र 26 वर्ष के रूप में हुई। युवती के पिता शिव प्रसाद डबराल देहरादून जिले के शहर कोतवाली में उप निरीक्षक पद पर तैनात हैं। पुलिस के अनुसार आरती आरती घर पर यह कहकर गई थी, कि वह अपने दोस्त शैलेंद्र भट्ट निवासी भद्रास्यूं पुजारगांव चंद्रबदनी हिंडोलाखाल टिहरी गढ़वाल वर्तमान निवासी बसंत कालोनी, श्यामपुर के जन्मदिन पर उसके घर जा रही है। इसके बाद देर रात तक घर नहीं लौटी।

    स्वजनों ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं लग पाया। स्वजनों ने इस संबंध में पुलिस को मौखिक सूचना दी। अगली सुबह उसका शव रायवाला के निकट से बरामद हुआ। पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई और शैलेंद्र की तलाश शुरू की तो पता चला कि वह भी घर से गायब था और उसकी बहन ने ऋषिकेश कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई है। पुलिस ने शैलेंद्र के दोस्तों से पूछताछ शुरू की तो पता चला कि शैलेंद्र ने रात साढ़े नौ बजे चीला शक्तिनहर में छलांग दी है। घटना के पांच दिन बाद युवक का शव बरामद हुआ।

    पहली बार गए गुप्ता बंधु गए जेल

    कारोबार में पार्टनरशिप के विवाद में शहर के नामी बिल्डर बाबा साहनी ने शुक्रवार को विवाहित बेटी के सहस्रधारा रोड पर पैसेफिक गोल्फ अपार्टमेंट में आठवीं मंजिल पर स्थित फ्लैट की बालकनी से कूदकर आत्महत्या कर ली थी। मामले में आरोपित अजय कुमार गुप्ता व उनके बहनोई अनिल गुप्ता (गुप्ता बंधु) को अदालत ने 14 दिनों तक न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश जारी किए।

    ऐसा पहला मामला था जब गुप्‍ता बंधु जेल गए थे। बाबा साहनी की जेब से मिले सुसाइड नोट व उनके बेटे के बयान के आधार पर पुलिस ने सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) के निवासी चर्चित अजय कुमार गुप्ता व उनके बहनोई अनिल गुप्ता (गुप्ता बंधु) के विरुद्ध आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया था। त्वरित कार्रवाई करते हुए राजपुर थाना पुलिस ने दोनों आरोपितों को उनके कर्जन रोड स्थित आवास से गिरफ्तार किया था।

    बता दें सहारनपुर के चर्चित कारोबारी अजय कुमार गुप्ता का उत्तराखंड से लेकर दक्षिण अफ्रीका तक विवादों से नाता रहा है। गुप्ता बंधु दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा के करीबी थी जिसके चलते अफ्रीकी नेशनल कांग्रेस के दबाव के कारण जुमा को राष्ट्रपति पद छोड़ना पड़ा। अजय गुप्ता का उत्तराखंड में खासा रुतबा रहा है। सरकार की ओर से उसे जेड प्लस सुरक्षा भी दी गई थी।

    नानकमत्ता गुरुद्वारा के गुरुद्वारा प्रमुख की हत्या

    28 मार्च को डेरा कारसेवा प्रमुख तरसेम सिंह की गोली मारकर बाइक सवार शूटरों ने हत्या कर दी थी। डेरा कारसेवा प्रमुख तरसेम सिंह की हत्या प्रमुख डेरों के प्रबंधन में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर 10 लाख की सुपारी देकर कराई थी। एडवांस में 1.60 लाख रुपये ले लिए थे और पांच लाख रुपये हत्या के बाद शूटर लेकर फरार हो गए। पुलिस ने हत्या के मास्टर माइंड समेत चार षड़यंत्रकारियों को गिरफ्तार कर लिया था।

    19 मार्च को शूटर्स गुरुद्वारा नानकमत्ता साहिब में आए थे और यहां की सराय में कमरा नंबर 23 में रुके थे। इसके लिए सर्वजीत सिंह ने अपनी आइडी, आधार कार्ड नंबर और मोबाइल नंबर को सराय के रजिस्टर में दर्ज कराया था। सर्वजीत के मोबाइल की काल डिटेल चेक की गई तो 19 मार्च से 27 मार्च तक उसकी लोकेशन रामपुर, बाजपुर, किच्छा, शाहजहांपुर में मिली।मैनुअली इनपुट और सर्विलांस के आधार पर पता चला कि मोबाइल नंबर और मोबाइल फोन 14 मार्च को कस्बा तिलहर, थाना तिलहर, शाहजहांपुर से खरीदा गया था। मोबाइल नंबर से हत्यारोपित शूटरों के पुराने नंबर प्राप्त हुए।

    हरिद्वार ज्वेलरी शोरूम डकैती

    हरिद्वार के श्री बालाजी ज्वेलर्स में हुई 5 करोड़ की डकैती की घटना से हड़कंप मच गया था। मामले की जांच की कमान एसटीएफ को सौंपी गई। बदमाशों की तलाश में पुलिस की पांच टीमें उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बिहार, हरियाणा व राजस्थान भेजी, जबकि छह टीमों ने स्थानीय स्तर पर पड़ताल की।

    हरिद्वार के रानीपुर मोड़ स्थित श्री बालाजी ज्वेलर्स शोरूम में एक सितंबर को दिन दहाड़े हथियारबंद बदमाशों ने फायरिंग कर शोरूम स्वामी व स्टाफ की आंख में मिर्च स्प्रे डालकर पांच करोड़ रुपये के जेवरात लूट लिए थे। इससे व्यापारियों में आक्रोश है और कानून-व्यवस्था पर सवाल भी उठे।

    नर्स की रेप के बाद हत्या

    ऊधमसिंह नगर में नर्स के साथ पहले दुष्‍कर्म किया गया फि‍र उसकी हत्‍या कर दी गई और आरोपित ने पहचान छिपाने के लिए नर्स का चेहरा पत्‍थरों से कूच दिया था। पुलिस ने आरोप‍ित को गिरफ्तार कर लिया। लेकिन पूरे उत्‍तराखंड में इस मामले प्रदर्शन हुए। जानकारी के मुताबिक ड्यूटी से घर आने के दौरान 30 जुलाई की रात से नर्स गायब हो थी। वह रुद्रपुर के एक निजी अस्पताल नर्स थी और ड्यूटी कर लौट रही थी।

    31 जुलाई को बहन ने गुमशुदगी दर्ज कराई थी। एक अगस्‍त को डिबडिबा क्षेत्र में ही वसुंधरा इनक्लेव से कुछ आगे एक खाली प्लाट में तस्लीम जहां की क्षत-विक्षत लाश मिली थी। नर्स तस्लीम जहां को मारपीट कर जख्मी करने के बाद वहशी ने उसके साथ दुष्कर्म किया था। इसके बाद स्कार्फ से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद पत्थर से कूंचकर उसके चेहरे को क्षत-विक्षत कर शव झाड़ियों में छिपा दिया।

    वारदात को अंजाम देने के बाद रुपये और मोबाइल लूटकर फरार हो गया। पुलिस ने बरेली निवासी अभियुक्त को राजस्थान से गिरफ्तार किया। पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि वारदात के दिन उसने तस्लीम का पीछा किया और निर्जन स्थान पर पकड़कर झाड़ियों में ले गया। इस दौरान दोनों में संघर्ष भी हुआ, लेकिन आरोपित ने तस्लीम के गले में लगे स्कार्फ से उसका गला घोंट दिया और सिर फोड़ दिया। अचेत अवस्था में उसके साथ दुष्कर्म किया। उसके बाद चेहरे पर पत्थर आदि से वार कर पूरी तरह से क्षत-विक्षत कर दिया। साक्ष्य छिपाने के लिए शव को झाड़ियों में छिपाकर उसके पर्स से रुपये, हाथ का कड़ा और मोबाइल फोन लेकर फरार हो गया। पूर्व में आरोपित आर्म्स एक्ट में जेल भी जा चुका है।

    केदारनाथ पैदल मार्ग में बादल फटने ने भारी तबाही

    31 जुलाई को केदारनाथ धाम पैदल मार्ग पर दो जगह बादल फटने ने भारी तबाही मची थी। मार्ग कई जगह ध्‍वस्‍त हो गया था। केदारनाथ यात्रा रोक दी गई थी। आपदा में 17 लोग लापता हुए थे, जिनमें से सात के शव मिल गए थे। करीब दस हजार यात्री जगह-जगह फंस गए। रेस्क्यू कार्यों में तेजी लाने के लिए सेना की भी मदद ली गई। मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी ने शासकीय आवास से वर्चुअली जिलाधिकारी (रुद्रप्रयाग) और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (रुद्रप्रयाग) से बात कर आपदा संबंधित राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा बैठक ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए। गौरीकुंड के समीप मौजूद घोड़ा पड़ाव के पास करीब 15 मीटर हिस्सा ध्वस्त हो गया था, इसके अलावा जंगलचट्टी में 60 मीटर हिसा ध्वस्त था।

    कुल मिलाकर 29 स्थानों पर मार्ग ध्‍वस्‍त हो गया था। करीब 500 मजदूरों को कार्य में लगाया गया था। एनडीआरएफ एसडीआरएफ और मंदिर समिति की टीमों ने 600 लोगों को केदारनाथ धाम के दुरुह वैकल्पिक मार्गों से सुरिक्षत निकाला। 400 अन्य को हेलीकाप्टरों से निकाला गया। लगभग 10000 तीर्थयात्रियों को निकाला गया। घटना के वक्त भीमबली, लिनचोली, चीरबासा और गौरीकुंड क्षेत्र में मौजूद लोगों में कईयों ने मंदाकिनी नदी के उफान को देखते हुए जंगलों की तरफ भागकर जान बचाई।

    पूरी रात जंगल में काटने के बाद वह सुबह सुरक्षित पड़ावों पर लौटे। राज्य सरकार पिछले चार दिनों से एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और आपदा प्रबंधन विभाग की 882 सदस्यीय टीम के माध्यम से फंसे तीर्थयात्रियों को निकालने में जुटी। इसके लिए केंद्र सरकार ने चिनूक, एमआई-17 समेत सात हेलीकाप्टर भी उपलब्ध कराए थे।

    2024 में हल्द्वानी दंगे से दहला

    बात बनभूलपुरा दंगे की है। आठ फरवरी को बनभूलपुरा में सरकारी जमीन पर बने अवैध मदरसा व नमाज स्थल को हटाने के लिए पुलिस, प्रशासन व नगर निगम की टीमें बुलडोजर लेकर पहुंची थी। दिन ढलने को था। विरोध के स्वर तेज होते चले गए। मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सभी टीमों को चारों ओर से घेर लिया। छतों से पत्थर बरसने लगे। सड़क पर खड़े वाहनों को एक-एक कर आग के हवाले कर दिया गया। अधिकारी व कर्मचारी जान बचाकर भागने लगे। बवाल यहीं नहीं थमा।

    उपद्रवियों ने बनभूलपुरा थाने को घेर लिया। पेट्रोल बम फेंककर थाने को फूंकने की कोशिश की। थाने की अंदर पुलिस कर्मी अपनी जान बचाने को गिडगिड़ा रहे थे। थाने के बाहर खड़े पुलिस कर्मियों, मीडिया कर्मियों के वाहनों को फूंक दिया। इसके बाद शहर में घुसने का प्रयास किया। जिला प्रशासन की ओर से स्थिति को काबू में करने के लिए उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश हुए। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा की अगुवाई में पुलिस टीम बनभूलपुरा में पहुंची। उपद्रव में पांच लोगों की जान चली गई। दंगे का दंश पूरे हल्द्वानी ने झेला। इंटरनेट सेवाएं ठप करनी पड़ीं। शहर के अलावा बनभूलपुरा में कर्फ्यू रहा। कई अन्य शहरों में भी इंटरनेट बंद हुआ।

    मरचूला में यात्रियों से भरी बस खाई में गिरने से 38 लोगों की हुई थी मौत

    छह महीने बाद पांच नवंबर को अल्मोड़ा जिले के सल्ट विकासखंड के मरचूला में यात्रियों से खचाखच भरी बस अनियंत्रित होकर करीब 150 फुट गहरी खाई में गिर गई थी। हादसे में 36 लोगों की मौत हो गई। भीषण बस हादसे के बाद मौके पर मंजर बेहद ही भयावह था। घटनास्थल पर शव बिखरे पड़े थे और इधर-उधर लहूलुहान हालत में घायल कराह रहे थे। इन्हें देखकर लोगों की रूह कांप उठी। सामान्यजन तो अपने आंसू रोक नहीं पा रहे थे वहीं कई अधिकारी भी रुआंसे नजर आए। हर कोई यही कह रहा था कि हे भगवान आखिर इतने बेकसूरों को किस बात की सजा दी।