जीएसटी से व्यापारी व उपभोक्ता दोनों को मिला फायदा
ऋषिकेश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) दिवस पर आयोजित कार्यशाला में छात्र-छात्राओं को जीएसटी से जुड़े रोजगार और इसके निर्धारण संबंधी विभिन्न जानकारियां दी गई।
ऋषिकेश, [जेएनएन] राजकीय ऑटोनोमस महाविद्यालय ऋषिकेश में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) दिवस पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस मौके पर छात्र-छात्राओं को जीएसटी से जुड़े रोजगार और इसके निर्धारण संबंधी विभिन्न जानकारियां दी गई।
रविवार को जीएसटी दिवस पर राजकीय महाविद्यालय ऋषिकेश व इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट ऑफ इंडिया के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. एनपी माहेश्वरी ने दीप प्रज्वलित कर किया। महाविद्यालय की छात्रा मीनाक्षी भाटिया ने आगंतुकों का स्वागत किया। इस अवसर पर चार्टेर्ड अकाउंटेंट राजीव शर्मा ने जीएसटी की प्रासंगिकता पर विचार व्यक्त किए।
बताया कि किस प्रकार होटल के 5000 के बिल पर पुरानी व्यवस्था में ग्राहक 1025 रुपये कर देता था जो जीएसटी में मात्र 250 रुपये ही रह जाता है। सीए गौरव सहगल ने आइजीएसटी, एसजीएसटी व सीजीएसटी के नियमों पर चर्चा की। वहीं अभिनव चौरसिया ने जीएसटी में रोजगार की संभावना पर प्रकाश डाला। सीए चंद्रशेखर ने व्यावसायिक पाठ्यक्रम के विषय से छात्र-छात्राओं को अवगत कराया। उन्होंने आइसीएआइ के माध्यम से छात्रों को जीएसटी का निश्शुल्क प्रशिक्षण देने का आश्वासन दिया।
प्राचार्य डॉ. एनपी माहेश्वरी ने जीएसटी की सराहना करते हुए इसे एक परिवर्तनकारी व साहसिक कदम बताया। कहा कि जीएसटी एक गुड एंड सिंपल टैक्स है, जिससे व्यापारियों व उपभोक्ताओं को तो लाभ मिला ही है साथ ही सरकार को भी शुद्ध राजस्व मिला है। उन्होंने बताया कि जीएसटी से 3.5 करोड़ से बढ़कर 6.5 करोड़ लोग टैक्स के दायरे में आए हैं। अति आवश्यक वस्तुओं पर जीएसटी शून्य है, जो स्वागत योग्य कदम है। कहा कि छोटे कारोबारियों की समस्या को सुलझाने के लिए जीएसटी कॉउंसिल बेहतर काम कर रही है। इस अवसर पर डॉ. राजेश कुमार उभान, डॉ. राजेश नौटियाल, डॉ. वीएन गुप्ता, डॉ. दयाधर दीक्षित आदि उपस्थित रहे।
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