उत्तराखंड में ये 12 फाइनेंस कंपनियां हो रही अवैध तरीके से संचालित
उत्तराखंड में अवैध तरीके से संचालित हो रही फाइनेंस कंपनियों के खिलाफ कार्रवार्इ की तैयारी की जा रही है। इसके लिए एसटीएफ को कार्रवार्इ के निर्देश दिए हैं।

देहरादून, [राज्य ब्यूरो]: प्रदेश में इस समय 12 फाइनेंस कंपनियां अवैध तरीके से काम कर रही हैं। अब इन कंपनियों के खिलाफ कार्रवार्इ की तैयारी है। मुख्य सचिव ने अनधिकृत रूप से आर्थिक गतिविधि करने वालों के खिलाफ एसटीएफ को त्वरित कार्रवार्इ के निर्देश दिए हैं। सोमवार को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में स्टेट लेवल कोऑपरेटिव कमेटी की बैठक हुई। मुख्य सचिव ने बैठक में धोखाधड़ी कर लोगों का धन हड़पने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवार्इ करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि साइबर सेल को भी इन मामलों में तत्परता दिखानी चाहिए।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया गैरकानूनी ढंग से धन का लेन-देन करने वालों की सूचना एसटीएफ को देगा। एसटीएफ इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त रहने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।बैठक में आरबीआइ के महाप्रबंधक सुब्रत दास, प्रमुख सचिव न्याय नीता तिवारी, सचिव सहकारिता आर मीनाक्षी सुंदरम, अपर सचिव वित्त सविन बंसल व अपर निदेशक सूचना अनिल चंदोला आदि उपस्थित थे।
ये हैं अनधिकृत रूप से कार्य करने वाली कंपनियां
-उत्तराखंड ग्रामीण मुस्लिम फंड ट्रस्ट
-आराध्या कंज्यूमर सेल्स रिलायंस कोऑपरेटिव बैंक
-जनशक्ति मल्टी स्टेट मल्टी परपज कोऑपरेटिव सोसायटी
-धेनु एग्रो प्रोड्यूसर कंपनी
-एवरग्रीन एग्रो मल्टी स्टेट मल्टी परपज कोऑप सोसायटी
-यूनाइटेड एग्रो लाइफ इंडिया लिमिटेड
-क्वालिटी फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड
-ग्लोबल ग्रामर सेल्स प्राइवेट लिमिटेड
-ईजी गोल्ड स्टोर
-ग्लोबलटेक फाइनेंस
-सोशल म्यूच्युअल बेनिफिट कंपनी लिमिटेड
-ताज इंटरनेशनल रियल टेक
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