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    कैंट बोर्ड के चुनाव होने तक काम करेगा वैरी बोर्ड, रक्षा मंत्रालय ने गठन के लिए जारी कर दिया है गजट नोटिफिकेशन

    By Raksha PanthriEdited By:
    Updated: Sun, 07 Feb 2021 04:33 PM (IST)

    Cantt Board उत्तराखंड के नौ कैंट समेत देशभर के 56 कैंट बोर्ड को रक्षा मंत्रालय ने भंग कर दिया है। इसके साथ ही कैंटों में वैरी बोर्ड के गठन के लिए गजट नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है।

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    कैंट बोर्ड के चुनाव होने तक काम करेगा वैरी बोर्ड।

    जागरण संवाददाता, देहरादून। उत्तराखंड के नौ कैंट समेत देशभर के 56 कैंट बोर्ड को रक्षा मंत्रालय ने भंग कर दिया है। इसके साथ ही कैंटों में वैरी बोर्ड के गठन के लिए गजट नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। इसमें एक साल या जब तक कैंट बोर्डों में चुनाव नहीं होते हैं, तब तक वैरी बोर्ड ही काम करेगा। वैरी बोर्ड में कैंट बोर्ड अध्यक्ष के साथ ही कैंट बोर्ड सीईओ और एक नामित सदस्य होते हैं। नामित सदस्य के लिए कैंट बोर्ड अध्यक्ष रक्षा मंत्रालय को तीन व्यक्तियों के नाम भेजेंगे। इसके बाद रक्षा मंत्रालय ही नामित सदस्य की घोषणा करता है। बोर्ड में नामित सदस्य जनता के प्रतिनिधि के तौर पर रहता है।

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    दरअसल, उत्तराखंड सहित देशभर के 56 कैंट बोर्डों का कार्यकाल एक साल पहले खत्म हो गया था। इसके बाद रक्षा मंत्रालय ने सभी कैंट बोर्डों को छह-छह माह के लिए कुल एक साल का एक्सटेंशन दे दिया था। एक्सटेंशन बोर्ड का कार्यकाल भी 10 फरवरी को खत्म हो रहा है। कुछ दिन पहले रक्षा मंत्रालय ने कैंट बोर्डों को भंग करने के आदेश जारी किए थे। शुक्रवार को कैंट बोर्डों में वैरी बोर्ड के गठन का गजट नोटिफिकेशन भी रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी कर दिया है, जिससे अब चुनाव की संभावना कम ही नजर आ रही है। 

    हालांकि, सूत्रों की मानें तो महानिदेशक रक्षा संपदा विभाग ने रक्षा मंत्रालय को तीन सुझाव दिए थे, जिसमें कैंट बोर्डों को एक्सटेंशन देने, भंग करने और कैंट बोर्ड एक्ट अधिनियम 2006 के मुताबिक ही जल्द चुनाव कराना शामिल था। अधिनियम में एक साल से अधिक का एक्सटेंशन का प्रविधान न होने के कारण रक्षा मंत्रालय ने कैंट बोर्डों को भंग कर इस सुझाव को दरकिनार कर दिया है। अब वैरी बोर्ड और चुनाव का विकल्प है, मगर चुनाव की संभावना ना के बराबर दिख रही है। फिर भी अभी इसके लिए अलग से गाइडलाइन जारी होनी है।

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