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    Uttarkashi Tunnel Rescue: उत्तरकाशी सुरंग से मजदूरों के रेस्क्यू पर विदेशी मीडिया ने दिया कुछ ऐसा रिएक्शन

    By Swati SinghEdited By: Swati Singh
    Updated: Thu, 30 Nov 2023 09:06 AM (IST)

    Uttarkashi Tunnel Rescue उत्तरकाशी में हुए टनल हादसे पर देश से लेकर विदेश तक सबकी नजरें थी। विदेशी मीडिया ने इसे मशीनरी पर मानव श्रम की जीत बताया है। गार्जियन न्यूजपेपर ने लिखा है कि अंत में यह मशीनरी पर मानव श्रम की विजय है क्योंकि रैट होल माइनिंग विशेषज्ञ ने 12 मीटर की खुदाई मैनुअल तरीके से पूरी की और सफल रहे।

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    उत्तरकाशी सुरंग से मजदूरों के रेस्क्यू पर विदेशी मीडिया ने दिया कुछ ऐसा रिएक्शन

    लंदन, प्रेट्र। सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों को बचाने के अभियान पर देश के साथ ही दुनियाभर की मीडिया की नजर थी। विदेशी मीडिया ने इसे मशीनरी पर मानव श्रम की जीत बताया है। गार्जियन न्यूजपेपर ने लिखा है कि अंत में यह मशीनरी पर मानव श्रम की विजय है, क्योंकि रैट होल माइनिंग विशेषज्ञ ने 12 मीटर की खुदाई मैनुअल तरीके से पूरी की और सफल रहे।

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    वहीं बीबीसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि सुरंग के बाहर पहले श्रमिक के निकलने की सूचना पहुंचने पर जश्न सा माहौल था। कई परेशानियों के बाद आखिर उन्हें निकालने में सफलता मिली। वहीं द टेलीग्राफ ने लिखा सेना के इंजीनियर और माइनिंग करने वालों ने मलबे के ढेर के बीच से रैट होल बनाने में सफलता हासिल की।

    मैनुअल ड्रिलिंग से ही मिली सफलता

    न्यूयार्क टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि फंसे हुए श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए शुरुआती प्रयास अतिरिक्त मलबा गिरने से प्रभावित हुआ। अमेरिकी ऑगर मशीन के 20 मीटर से कम ड्रिलिंग के दौरान ही टूट जाने से कार्य अव्यवस्थित हो गया। अंत में मैनुअल ड्रिलिंग से ही सफलता मिली।

    ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री ने अद्भुत उपलब्धि बताया

    ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज ने बचाव अभियान को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए भारतीय अधिकारियों की प्रशंसा की है। उन्होंने इसे अद्भुत उपलब्धि बताया है। उन्होंने अभियान में ऑस्ट्रेलिया के सुरंग बनाने के विशेषज्ञ अर्नाल्ड डिक्स की भूमिका की भी सराहना की।

    ब्रिटेन ने भी की मानव श्रम की तारीफ

    ब्रिटेन में भारत के उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी इसे भारत में अबतक के वीरतापूर्ण बचाव कार्यों में से एक बताया। विदेशी मीडिया ने इस रेस्क्यू ऑपेरशन को मशीनरी के ऊपर मानव श्रम की जीत बताया है।

    यह भी पढ़ें: Uttarkashi Tunnel Rescue: हौसला मजदूर का, टूटना न मंजूर था... पलभर में भुला बैठे 17 दिनों की पीड़ा, रैट माइनर्स फरिश्ते जैसे लगे

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