उत्तरांचल विश्वविद्यालय ऑफलाइन कक्षाएं शुरू करने को तैयार
कोरोना के कारण लगभग आठ माह से बंद चल रहे शिक्षण संस्थानों में शिक्षण कार्य पटरी पर लाने के लिए कोशिशें जारी हैं। कॉलेज व विश्वविद्यालयों के स्तर पर इस ...और पढ़ें

देहरादून, जेएनएन। कोरोना के कारण लगभग आठ माह से बंद चल रहे शिक्षण संस्थानों में शिक्षण कार्य पटरी पर लाने के लिए कोशिशें जारी हैं। कॉलेज व विश्वविद्यालयों के स्तर पर इसके लिए व्यापक तैयारियां की जा रहीं हैं। इसी कड़ी में उत्तरांचल विश्वविद्यालय सरकार की एसओपी जारी होने का इंतजार कर रहा है।
विश्वविद्यालय के चांसलर जितेंद्र जोशी बताते हैं कि लॉकडाउन और अनलॉक के दौरान उनके विवि ने ऑनलाइन पढ़ाई जारी रखी। बच्चों को दिक्कतें न होने पाए, इस मकसद से उन्हें तकनीकी सपोर्ट भी दिया गया। वर्तमान में सभी कक्षाएं नियमित चलाई जा रही हैं। उनका मानना है कि ऑनलाइन पैटर्न ऑफलाइन के मुकाबले कम कारगर है। प्रोफेशनल कोर्स के लिए प्रयोगात्मक कक्षाएं महत्वपूर्ण हैं। ऐसा न होने पर विद्यार्थियों को व्यावहारिक ज्ञान नहीं मिल पाता है।
चांसलर जोशी का कहना है कि उत्तरांचल विवि ऑफलाइन पढ़ाई शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार है। इससे संबंधित सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। विवि में सैनिटाइजेशन की समुचित व्यवस्था की गई है। वैसे तो पूरे कॉलेज परिसर को समय-समय पर सैनिटाइज किया जाता रहा है, लेकिन कक्षाएं शुरू करने से पूर्व समूचे परिसर को फिर से सैनिटाइज किया जाएगा। प्रतिदिन कक्षाओं व छात्रवास को भी सैनिटाइज किया जाएगा।
श्री जोशी ने बताया कि विवि परिसर में प्रवेश करने से पहले प्रत्येक छात्रों और स्टाफ की थर्मल स्क्रीनिंग होगी। इन सभी के लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा। विवि के मुख्य प्रवेश द्वार पर भी सर्जिकल मास्क रखे गए हैं। विवि परिसर से लेकर कक्षाओं तक शारीरिक दूरी के नियम का सख्ती से पालन किया जाएगा। विवि की ओर से कोविड के मद्देनजर विद्यार्थियों, शिक्षकों और कर्मचारियों की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
चांसलर जोशी के मुताबिक कोरोनाकाल में उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता विवि में पढ़ रहे आठ हजार विद्यार्थियों की सेहत है। इसीलिए अभी तक विवि परिसर को नहीं खोला गया। राज्य सरकार की ओर से तय की जाने गाइडलाइन के अनुरूप विवि कैंपस के लिए बाकायदा एसओपी जारी करेगा।

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