Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    उत्तराखंड में थमने का नाम नहीं ले रहे वन्यजीवों के हमले, हैरान करने वाले आंकड़े आए सामने

    Updated: Thu, 27 Nov 2025 10:48 AM (IST)

    उत्तराखंड में वन्यजीवों के हमले बढ़ते जा रहे हैं, जिससे लोग भयभीत हैं। हालिया आंकड़ों से पता चलता है कि हमलों की संख्या में चिंताजनक वृद्धि हुई है, जिससे जान-माल का नुकसान हुआ है। सरकार और वन विभाग इस समस्या से निपटने के लिए प्रयासरत हैं, लेकिन प्रभावी सुरक्षा उपायों की तत्काल आवश्यकता है।

    Hero Image

    तस्वीर का इस्तेमाल प्रतीकात्मक प्रस्तुतीकरण के लिए किया गया है। जागरण

    राज्य ब्यूरो, जागरण, देहरादून। उत्तराखंड के जंगलों में फल-फूल रहा वन्यजीवों का कुनबा जहां राज्य को विशिष्टता प्रदान करता है, वहीं तस्वीर का दूसरा पहलू भी है। यह है राज्य में वन्यजीवों के निरंतर बढ़ते हमले। वन विभाग के आंकड़ों पर ही गौर करें तो वर्ष 2000 से अब तक वन्यजीवों के हमलों में 1264 व्यक्तियों की जान जा चुकी है, जबकि 6519 घायल हुए हैं। इस परिदृश्य में समझा जा सकता है कि स्थिति किस प्रकार से बिगड़ रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सरकार ने भी इसे महसूस किया है और गहराते मानव-वन्यजीव संघर्ष को थामने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। अब कैबिनेट ने मानव क्षति के मामलों में मुआवजा राशि में बढ़ोतरी की है।

    राज्य का शायद ही कोई क्षेत्र ऐसा होगा, जहां वन्यजीवों की सक्रियता ने नींद न उड़ाई हो। इस दृष्टि से देखें तो गुलदार पहले ही मुसीबत का सबब बने थे और पिछले कुछ समय से भालू के हमलों में भी इजाफा हुआ है। इसे देखते हुए वन विभाग ने संवेदनशील क्षेत्रों का चयन करने के साथ ही वहां गश्त बढ़ाई है। आमजन को भी जागरूक किया जा रहा है।

    इसके साथ ही समस्या से निबटने के दृष्टिगत दीर्घकालिक उपायों की दिशा में भी कदम बढ़ाए जा रहे हैं। इसके साथ ही वन्यजीवों से होने वाली क्षति के मामलों में मुआवजा राशि में बढ़ोतरी पर जोर दिया जा रहा था। टाइगर कंजर्वेशन फाउंडेशन फार सीटीआर की गवर्निंग बाडी की बैठक में वन्यजीवों के हमले में मृत्यु पर स्वजन को दी जाने वाली अनुग्रह राशि बढ़ाने की सिफारिश की गई थी।

    यह भी पढ़ें- उत्तराखंड में थमेगी बिल्डरों की 'लूट', नई नियमावली तैयार कर रही धामी सरकार

    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी मुआवजा राशि बढ़ाकर 10 लाख करने और घायलों के उपचार का पूरा खर्च सरकार द्वारा उठाने की घोषणा की थी। अब कैबिनेट ने इस पर मुहर लगाई है।

    राज्य में वन्यजीवों के हमले

    वन्यजीव  मृतक घायल
    गुलदार 546  2126
    हाथी  230  234
    बाघ 106  134
    भालू 71 2012
    सांप 260 1056
    जंगली सूअर 30  663
    मगरमच्छ 09 44
    ततैया 10 14
    बंदर-लंगूर  00 211
    अन्य 02 23