Uttarakhand Weather : चारधाम यात्रा प्रभावित, सैकड़ों यात्री फंसे, टिहरी और पौड़ी में मलबे दबकर चार की मौत
Uttarakhand Weather Today मौसम विभाग की ओर से यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार शनिवार को देहरादून चमोली व बागेश्वर जनपदों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है।
टीम जागरण, देहरादून : Uttarakhand Weather Today : देहरादून में शुक्रवार शाम से जारी बारिश शनिवार की सुबह भी जारी रही। गरज के साथ बौछार पड़ने से जहां गर्मी और उमस से राहत तो मिली, लेकिन कहीं-कहीं जलभराव की समस्या भी देखने को मिली।
मालदेवता में बादल फटने से दो लोग लापता हो गए तो वहीं रायपुर और थानो को जोड़ने वाला पुल भी टूट गया। सहस्त्रधारा के पास सड़क पर मलबा आ गया। डोईवाला में शेरगढ़ मजरी ग्रांट में सुखविंदर सिंह सैनी का पोल्ट्री फार्म आधा टूट गया और जाखन नदी में समा गया।
मसूरी में बीती शाम चार बजे से लगातार मूसलाधार बारिश जारी है। ऋषिकेश में भी बारिश हो रही है। पौड़ी में रात्रि से बारिश हो रही है। वहीं मलबा आने से बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री हाईवे बंद हो गया है। जिससे सैकड़ों यात्री मार्ग में फंसे हुए हैं।
जनपद पौड़ी गढ़वाल के तहसील यम्केश्वर के ग्राम बिनक में मकान के क्षतिग्रस्त होने से एक वृद्ध महिला की मृत्यु हुई है। टिहरी जिले में मलबे में दबने से तीन लोगों की मौत हुई है।
कैम्पटी फाल में अचानक पानी बढ़ने से दुकानों में भरा पानी
नैनबाग बीती रात्रि से हो रही भारी बारिश के चलते पर्यटक स्थल कैम्पटी फाल में अचानक पानी बढ़ने से कुछ दुकानों में पानी भर गया। जिस कारण दुकानदारों में अफरा-तफरी मच गई। यहां ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने बाहर से आये पर्यटकों को तत्काल झील क्षेत्र से बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर भेजा।
अनावश्यक यात्रा न करें व नदी क्षेत्र की ओर जाने से बचें : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर हो रही भारी वर्षा के कारण उत्पन्न परिस्थितियों के बारे में आपदा प्रबंधन विभाग से जानकारी ली। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है।
प्रभावित क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन की टीमें लगातार कार्य कर रही हैं। मुख्यमंत्री ने सभी से अनुरोध किया है कि अनावश्यक यात्रा न करें व नदी एवं बहाव क्षेत्र की ओर जाने से बचें।
विकासनगर तहसील क्षेत्र-बारिश से नुकसान
मूसलधार वर्षा की वजह से तहसील प्रशासन ने एनडीआरएफ की मदद से नंदा की चौकी के पास पुल के नीचे रह रहे 45 व्यक्तियों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर भेज दिया है। शीशमबाड़ा में आसन नदी के किनारे बसी झुग्गी बस्ती के 17 व्यक्तियों को रेस्क्यू कर बोक्सा जनजाति स्कूल में ठहराया गया है।
परवल गांव में अचानक ज्यादा पानी आने पर दो व्यक्ति बिजली टावर पर चढ़ गए, जिन्हें एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित बचाया। हसनपुर कल्याणपुर में आसन नदी में बाढ़ की स्थिति के चलते दो दर्जन से अधिक किसानों की जमीनें फसलों सहित मलबे से पट गई हैं।
जौनसार बावर में बारिश के कारण एक दर्जन मोटर मार्ग पर भूस्खलन की वजह से आवागमन बाधित है। विकासनगर एसडीएम विनोद कुमार सुबह भी क्षेत्र का दौरा कर नुकसान का जायजा लिया है।
हरिद्वार में गंगा का जलस्तर चेतावनी रेखा से नीचे
हरिद्वार में गंगा सुबह 6:00 बजे चेतावनी स्तर 293 मीटर से 70 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गई थी। इसके घंटे बाद ही गंगा खतरे के निशान से 294 मीटर से 5 सेंटीमीटर नीचे बहने लगी। एक घंटे में जलस्तर में 10 सेंटीमीटर की गिरावट दर्ज की गई। गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन की ओर से तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी किया गया। बाढ़ राहत चौकियों को मुस्तैद रहने को कहा गया।
देर रात से हो बारिश से लालढांग क्षेत्र की गंगा सहित बरसाती नदियां ऊफना गई हैं। गंगा कांगड़ी और गाजीवाली गांव से सट कर बह रही है, वहीं बरसाती रवासन नदी भी ऊफान पर है। ग्रामीणों का बाजार से संपर्क कट गया है। नलोवाला गांव के समीप कटान हो रहा है।
हरिद्वार में गंगा के खतरे के निशान पर बहने के बाद प्रशासन सतर्क हो गया है। डूब क्षेत्रों में विशेष नजर रखी जा रही है। जलस्तर बढ़ने पर गंगा किनारे रहने वाले लोगों की शिफ्टिंग की भी तैयारी है।
गंगा के जल स्तर में सुबह हुई बढ़ोतरी की सूचना पर एसडीएम हरिद्वार पूरण सिंह राणा ने भीमगौड़ा, चण्डी पुल, बैरागी कैम्प आदि क्षेत्रों का भ्रमण कर हालात का जायजा लिया। इस दौरान नदी के किनारे रहने वाले लोगों को नदी में न जाने व किनारे से दूर रहने को निर्देशित किया गया।
उप जिलाधिकारी ने बताया कि अभी तक किसी प्रकार की जनहानि की कोई सूचना नहीं है। सभी बाढ़ चोकीयों को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है।
मसूरी देहरादून हाईवे पर पहाड़ी से आया मलबा
मसूरी देहरादून हाईवे गलोगीधार में पहाड़ी से मलबा और बोल्डर आने से कई घंटे से बंद है। सड़क के दोनों ओर सैकड़ों वाहनों की कतार लगी है और लोग मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
यहां लगातार बारिश जारी है। यहां मार्ग खोलने के लिए दो जेसीबी लगी हैं। एई पुष्पेंद्र कुमार ने बताया की एक-एक कर वाहनों को पास कराया जा रहा है, लेकिन पहाड़ी से लगातार मलबा आ रहा है।
मौसम विभाग की ओर से यलो अलर्ट जारी
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार शनिवार को देहरादून, चमोली व बागेश्वर जनपदों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है। मौसम विभाग की ओर से यलो अलर्ट जारी किया गया है। पर्वतीय क्षेत्रों में भी कहीं-कहीं आकाशीय बिजली चमकने, तीव्र बौछारें पड़ने की संभावना है।
चारधाम यात्रा मार्ग बाधित
उत्तरकाशी में रात भर वर्षा होती रही। वर्षा के कारण गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग चार स्थानों पर, जबकि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पांच स्थानों पर बाधित है।
धरासू बैंड के पास यमुनोत्री और गंगोत्री हाईवे शुक्रवार की शाम से बंद है। वर्षा के कारण लगातार भूस्खलन हो रहा है। जिससे राजमार्ग को सुचारू करने बीआरओ व एनएच की टीम को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।
रुद्रप्रयाग जनपद में केदारनाथ समेत पूरे जिले में रात्रि से बारिश हो रही है। गौरीकुंड हाइवे कई स्थानों पर अवरुद्ध चल रहा है। बदरीनाथ हाइवे भी सिरोबगड़ में अवरूद्ध है।
ऋषिकेश-गंगोत्री मार्ग पर नरेंद्र नगर तथा आगरा खाल के समीप भूस्खलन के कारण तड़के 3:00 बजे से बंद है। ऋषिकेश से चंबा टिहरी की ओर जाने वाले ट्रैफिक को भद्रकाली में रोक दिया गया है, जिससे यहां जाम की स्थिति बन गई है।