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    केदारनाथ में भोले के दर्शन के साथ कीजिए ट्रेकिंग, ये हैं वो 14 ट्रैक जहां आप कर सकते हैं रोमांच का सफर

    By Raksha PanthriEdited By:
    Updated: Tue, 05 Oct 2021 07:09 PM (IST)

    Uttarakhand Tourism केदारनाथ में स्थित वन्यजीव प्रभाग में 14 ऐसे ट्रेकिंग ट्रेक भी हैं जो रोमांच के शौकीनों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं। इस ...और पढ़ें

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    केदारनाथ में भोले के दर्शन के साथ कीजिए ट्रेकिंग।

    राज्य ब्यूरो, देहरादून। Adventures Track In Uttarakhand उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित केदारनाथ धाम में प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु भगवान भोले का आशीर्वाद प्राप्त करने आते हैं। अधिकांश श्रद्धालु यहीं से वापस लौट आते हैं। यह बहुत ही कम व्यक्तियों को पता है कि केदारनाथ में स्थित वन्यजीव प्रभाग में 14 ऐसे ट्रेकिंग ट्रेक भी हैं, जो रोमांच के शौकीनों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित कर सकते हैं। इसमें सबसे लंबा 60 किमी का ट्रेक रांसी-मनणी-केदारनाथ मार्ग है। वहीं सबसे छोटा 2.5 किमी का ट्रेक सारी से देवरियाताल तक का है।

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    उत्तराखंड का प्राकृतिक सौंदर्य पर्यटकों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करता रहा है। यहां आज भी ऐसे कई अनछुए खूबसूरत स्थल हैं, जो पर्यटकों की नजरों से दूर हैं। उत्तराखंड में यदि प्राकृतिक सौंदर्य को नजदीक से देखना है तो इसके लिए पैदल ट्रेक जरूर करना चाहिए। अब बात करें केदारनाथ क्षेत्र की तो इसे विशेष रूप से केदारनाथ धाम के लिए ही जाना जाता है। धाम से ही आसपास के प्राकृतिक नजारे पर्यटकों के मन मोह लेते हैं। केदारनाथ नगर पंचायत को छोड़ शेष क्षेत्र केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग के अंतर्गत आता है। यहां वन विभाग ने 14 ट्रेकिंग ट्रेक पर्यटकों के लिए खोले हुए हैं। केदारनाथ में जब आपदा आई थी, तो कई स्थानीय निवासियों ने केदारनाथ व रामबाड़ा तक आने वाले इन्हीं ट्रेक के जरिये अपनी जान बचाई थी।

    इन ट्रेक में से अधिकांश ट्रेक ऐसे हैं जो किसी न किसी धार्मिक स्थल तक जाते हैं। पुराने समय में सड़क मार्ग न होने के कारण इन्हीं पैदल मार्गों से श्रद्धालु धार्मिक स्थानों तक जाते थे। अब यह धार्मिक यात्रा के साथ ही साहस और रोमांच का जरिया भी बन गया है। यही कारण भी है कि इन ट्रेक में जाने वाले व्यक्ति इनकी याद हमेशा अपने दिलों में रखते हैं।

    ये हैं 14 ट्रेक

    - चोपता-तुंगनाथ-चंद्रशिला- 4.5 किमी

    - सारी-देवरियाताल- 2.5 किमी

    - देवरियाताल-चोपता- 14 किमी

    - बुरुवा-बिसुडीताल -18 किमी

    - राउलैं-कालीशिला- चार किमी

    - रांसी-गौंडार-मदमहेश्वर- 18 किमी

    - रांसी-मनणी-केदारनाथ- 60 किमी

    - चौमासी से रामबाड़ा - 16 किमी

    - त्रियुगीनारायण से केदारनाथ- 24 किमी

    - चौमासी से मनणी- 20 किमी

    - केदारनाथ से बासुकीताल- आठ किमी

    -त्रियुगीनारायण से चौकी-पंवालीकांठा- 12 किमी

    - मद्मयहेश्वर से पांडवसेरा घी विनायक- 22 किमी

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